एक्सक्लूसिव इंटरव्यू -युवराज सुधीर सिंह

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चुनाव हारना या जीतना किसी की लोकप्रियता का पैमाना नहीं होता है यह लोकतंत्र है और लोकतंत्र में जनता मालिक है तरैया विधानसभा क्षेत्र के लोगों के विशेष आग्रह स्नेह के बल पर में निर्दलीय चुनाव में खड़ा हुआ 15000 लोगों ने मेरे ऊपर विश्वास जताया जबकि मैं निर्दलीय प्रत्याशी था

मैंने तन मन धन से लोगों की सेवा में 13 वर्षों तक दिन रात एक कर दिया बाढ़ में दुख दर्द में लोगों की सेवा की बावजूद इसके मैं चुनाव नहीं जीत सका इसका मतलब यह नहीं कि तरैया के लोग मुझे प्यार नहीं करते या मैं इतना के लोगों की सेवा से पीछे हट जाऊंगा।मैं किसी पर कोई दोषारोपण भी नहीं करना चाहता कुछ मेरे अंदर ही ऐसी कमी रही होगी इसके कारण जितना जनसमर्थन की आशा मुझे थी नहीं मिल पाया

मैं अपने समर्थकों शुभचिंतक हूं और क्षेत्र के जुनूनी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने विकट परिस्थिति में मेरा साथ दिया मैं तरैया के लोगों से वादा करता हूं कि मैं आपकी सेवा में सदैव तत्पर रहूंगा साथ ही साथ में वैसे लोगों को भी सचेत करना चाहता हूं जो मुझे भड़का कर मेरे कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट कर कर मेरे आत्मसम्मान को ललकार कर करके राजनीति में अपनी डूबी हुई नाव को फिर से चमकाना चाहते हैं।

राजनीति में दलालों का मैं नोटिस नहीं लेता पर वे जानते हैं कि युवराज सुधीर सिंह क्या चीज है मेरे साथ बड़े पिताजी प्रभुनाथ सिंह पिता दीनानाथ सिंह समेत परिवार के राजनीतिक विरासत मान स्वाभिमान जुड़ा हुआ है इस कारण से मैं खामोश हूं पर मेरी खामोशी को कमजोरी नहीं समझे जब-जब समाज पर आत्मसम्मान पर कार्यकर्ताओं के स्वाभिमान पर माताओं बहनों की इज्जत पर आंच जाएगा मैं कोई भी बड़ा से बड़ा कदम उठाने से पीछे नहीं हटूंगा।

इंतजार कीजिए मैं फिर से आपके बीच आ रहा हूं उसी जोश उसी खरोश के साथ मैं आपका था आपका हूं आपका रहूंगा।

महागठबंधन का महाधरना कल, तेजस्वी का किसान आंदोलन के समर्थन में सरकार पर हमला

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Patna: किसान आंदोलन के मामले को राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) ने पटना में एक प्रेसवार्ता में कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi government) किसानों का एमएसपी समाप्त करना चाहती है क्योंकि उनकी मंशा कॉरपोरेट के हाथों किसानों को बंधक बनाने की है.

तेजस्वी ने कहा कि पिछले अनुभवों के आधार पर हम कह सकते हैं कि किसी भी नोटबंदी या फिर जीएसटी जैसे किसी भी बड़े बदलाव को लेकर फायदे गिनाती है, लेकिन हकीकत में यह एक डिजास्टर साबित होता है.

कुछ समय बाद जब इसके फायदे पूछे जाते हैं तो सरकार कुछ बताने की स्थिति में नहीं होती है. वह जवाब भी नहीं देना चाहती है. तेजस्वी ने इस बात का ऐलान किया कि कल यानी शनिवार को पटना के गांधी मैदान में महागठबंधन में शामिल दल किसान आंदोलन के सपोर्ट में धरने पर बैठेंगे.

तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र सरकार हर वो कोशिश करती है जिससे मुद्दे को भटकाया जा सके, लेकिन सवाल यह है कि एमएसपी को ही जब समाप्त कर दिया गया तो किसानों की आय दोगुनी कैसे होगी. तेजस्वी ने किसानों और संगठनों से अपील करते हुए कहा कि इस काले कानून के खिलाफ आप सड़कों पर आएं और कानून के खिलाफ मजबूत विरोध दर्ज करें.

राजद नेता ने कहा कि कानून बनाने से पहले केंद्र सरकार को एक बार परामर्श करनी चाहिए थी पर सरकार ने नहीं किया. अब स्क्रिप्ट में दिखा रही है कि किसानों को फायदा होगा.

तेजस्वी ने कहा कि बिहार के किसानों ने पलायन शुरू कर दिया है क्योंकि बिहार के किसान मजदूर बन चुके हैं. सरकार ने 2006 में ही मंडी खत्म कर दी. सही मूल्य नहीं मिल पा रहे हैं. धान को लेकर हमने विधानसभा में भी उठाया था. कहीं भी बिहार में धान की खरीद नहीं हो रही है.

मुख्यमंत्री साफतौर पर झूठ बोल रहे हैं. तेजस्वी ने कहा कि सीन चौड़ा कर मुख्यमंत्री ने इस बिल का संसद में समर्थन किया था. तब मैंने कहा था कि बिहार पहला राज्य है जहां सरकार ने मंडी खत्म की है. बात अगर फंसेगी तो कितने स्तर पर उन्हें जाना पड़ेगा. वकील भी रखना पड़ेगा, कोर्ट भी जाना पड़ेगा, लेकिन कम्पनी वालों को कोई फर्क नहीं पड़ेगा.

अब तो सारे अवार्ड लोग वापस कर रहे हैं, फिर भी सरकार को समझ नहीं आ रहा. डेमोक्रेसी पर खतरा है. कल भी किसानों ने बातचीत के दौरान न तो पानी पीया न खाया. जब किसान आंदोलन कर रहे हैं तो लाठी से लेकर आंसू गैस छोड़े जा रहे हैं.

इतनी बड़ी समस्या देश के सामने है और पीएम गायब हैं. क्या पीएम को किसानों की बात नहीं सुननी चाहिए थी. जनप्रतिनिधियों से नहीं बल्कि ये फैसला जनता की होनी चाहिए थी. रेलवे को निजीकरण कर दिया. कोरोना की आड़ में सभी को बर्बाद किया जा रहा है. किसी की पूछ मौजूदा सरकार में नहीं हो रही है.

हमलोग पूरी तरह चिंतित हैं क्योंकि जब किसान के पास जमीन ही नहीं रहेगी तो किसान क्या करेंगे. क्या भयावह स्थिति होगी ये सबको पता है. हम सभी संगठनों से अपील कर रहे हैं कि इस आंदोलन को मजबूत करें. हमारी पार्टी ने सभी नेताओं के साथ विमर्श भी किया है और कल आरजेडी इसी मसले को लेकर सुबह 10 बजे से पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति के पास धरना देगी क्योंकि ये गांधी जी के विचारों से जुड़ा मसला है. धरना में महागठबन्धन के सभी दल शामिल होंगे.

गांधी जी को महात्मा चम्पारण की धरती ने बनाया. नील की खेती वाली और अंग्रेज वाली ही स्थिति है. हर किसी को मजदूर बनाकर छोड़ा जाएगा. बिहार के सीएम को देख लीजिए कोरोना को लेकर कमिटी बनाने की बात हुई थी. सदन को गुमराह किया जाता है.

सिर्फ मीडिया में बातों की हवा बनायी जाती है. जवाब होगा तब तो मिलेगा. ऐसी सरकार जो झूठी सरकार हो. पहली बार एनडीए सरकार में परम्परा चल रही. झूठ बोलो, शानदार बोलो और बारबार बोलो. जो अधिकारी दिया उसे पढ़कर बोल दिया.

नीतीश सरकार में खराब कानून-व्यवस्था पर अब BJP ही उठा रही सवाल, जानिए पूरा मामला

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Desk: बिहार में बेखौफ हो रहे अपराधी और लगातार बिगड़ रही कानून-व्यवस्था (Law and Order in Bihar) को लेकर विपक्ष नीतीश सरकार (Nitish Government) को अक्सर घेरती रही है. लेकिन, इस बार सत्ता की साझीदार भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ही इसको लेकर सवाल खड़ा कर दिया है. सबसे खास बात यह कि सीधा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल (Dr. Sanjay Jaiswal) ने अपनी ये नाराजगी सोशल मीडिया पर सरेआम जाहिर की है. डॉ संजय जायसवाल ने अपने फेसबुक पर जिन शब्दों में अपने गुस्से का इजहार किया है वह अपनी ही सरकार को कोसने के समान है. जाहिर है ऐसे में बिहार की सियासत में एक बार फिर बवाल मचना तय माना जा रहा है.

डॉ संजय जायसवाल ने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा, सुबह बेतिया से पटना की ओर चला हूं. रास्ते में सेमरा में जनता ने सड़क जाम किया था. उनसे मिलने पर पता चला कि सेमरा में आए दिन चोरी हो रही है और आज जब गांव वालों ने चोर को पकड़ने का प्रयास किया तो वह मोटरसाइकिल छोड़कर भागने में सफल हुआ.

तुरकौलिया थाना प्रभारी को फोन किया गया तो उल्टे में वह गांव वालों को धमकाने लगा कि हम आएंगे तो तुम ही लोगों को गिरफ्तार करेंगे.

संजय जायसवाल ने आगे लिखा, पूर्वी चंपारण के थानों में बहुत अव्यवस्था हो गई है. रक्सौल से लेकर मोतिहारी तक लगातार अपराध की घटनाएं हो रही हैं और मोतिहारी पुलिस प्रशासन अपराधियों को पकड़ने में अक्षम सिद्ध हो रहा है. रक्सौल हत्याकांड के बारे में भी मैंने बात की थी पर नतीजा अभी तक नहीं निकला. मैं आज स्वयं डीजीपी से मिलकर पूर्वी चंपारण जिले के कानून व्यवस्था के बारे में बात करूंगा.

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डॉ संजय जायसवाल के फेसबुक वॉल का स्क्रीन शॉट

अब इस मसले पर कांग्रेस ने भाजपा और नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला है. कांग्रेस प्रवक्ता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा अपनी ही सरकार के ध्वस्त हो चुके कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करना अपने आप में पाखंड है.

उन्होंने कहा कि आज नीतीश कुमार की कार्यशैली और उनकी लचर कानून व्यवस्था को लेकर सहयोगी दल सवाल उठा रहे हैं. लेकिन जो अपने इशारों पर जेडीयू को नचा रही है, वह अगर अपनी फेसबुक पर लिखते हैं कि बिहार में कानून व्यवस्था खत्म हो गई है, बिहार में कानून का राज खत्म हो गया है, डीजीपी से मिलेंगे, तो वह डीजीपी से क्यों मिलेंगे. उनके अपने दो-दो डिप्टी सीएम हैं, आप सीएम नीतीश कुमार से मिलिए.

प्रेमचंद्र मिश्रा ने आगे कहा, बिहार में अपराधियों ने जो तांडव मचा रखा है इससे लोगों का जीना मुहाल है. कहीं कानून का राज दिखता नहीं है. फेसबुक पर लिखने और बयान देने से क्या होगा? यह सामूहिक जिम्मेदारी है. अगर बिहार के लोगों के जान-माल के साथ खिलवाड़ हो रहा है तो भाजपा और जदयू दोनों इसके लिए समान रूप से जिम्मेदार है. भारतीय जनता पार्टी ढोंग और पाखंड करना छोड़े, इसी में उनकी भलाई है.

वहीं राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, अब तक तो नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ही सरकार पर सवाल खड़े कर रहे थे कि बिहार में अपराधी राज कायम है और अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है. अब इस बात की पुष्टि तो बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ही कर रहे हैं. आपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी है यह बता रही है कि तेजस्वी जो सवाल खड़े कर रहे हैं वे सही हैं.

मृत्युंजय तिवारी ने आगे कहा, दरअसल बीजेपी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दबाव बनाना चाहती है क्योंकि गृह विभाग नीतीश कुमार के पास है. इसलिए संजय जायसवाल ने सोची-समझी रणनीति के तहत ही यह बात कही है कि बिहार में आपराधिक घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है. इसका जवाब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को स्वयं ही देना चाहिए.

इस पर भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, डॉक्टर संजय जायसवाल बेतिया से पटना आ रहे थे. सड़क जाम में फंसे वहां लोगों से बात करना पर उनको जानकारी मिली कि लगातार चोरी की घटनाएं हो रही हैं. प्रशासन के लोग कार्रवाई नहीं करते हैं. सूचना देने वालों को ही धमकाने का काम करते हैं. प्रेम रंजन पटेल ने आगे कहा कि संजय जायसवाल ने चिंता प्रकट की है. सरकार की नीति है कि अपराधियों और अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस. जाहिर है उस नीति को अब जमीन पर उतारना पड़ेगा. खुद संजय जायसवाल डीजेपी से मिलकर इन बातों को रखने का काम करेंगे.

राजेन्द्र बाबू के समाधि स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर सरकार- सुमीत श्रीवास्तव

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आज दिनांक 03-दिसंबर-2020 देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी के जयंती के अवसर पर “अखिल भारतीय कायस्थ महापंचायत” के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुमीत श्रीवास्तव के के नेतृत्व में देशरत्न राजेंद्र प्रसाद जी के समाधि स्थल बांस घाट पटना पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

इसके उपरांत श्री श्रीवास्तव ने कहा कि बिहार सरकार राजेन्द्र बाबू के समाधि स्थल को पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित करे क्योंकि राजेन्द्र बाबू बिहार के साथ-साथ सम्पूर्ण देश के गौरव हैं। देश के प्रथम राष्ट्रपति के समाधि स्थल का विकास दिल्ली के राजघाट तर्ज पर करे।

बाबू का चरित्र सर्वग्राही रहा था इसलिए वह सर्वमान्य हुए। हम सभी को बाबू के जीवन से सीखना चाहिए। “बाबू कहते थे- हारिये न हिम्मत बिसारिये न हरि नाम,
जाहि बिधि राखे राम ताहि बिधि रहिये।।

इस अवसर पर डॉ. शंकरनाथ, अशोक श्रीवास्तव, सुनील सिन्हा, आशीष कुमार चौधरी, अमन अमित, अभिजीत श्रीवास्तव आदि लोग ने श्रधांजलि अर्पित की।

मोदी सरकार की किसान से टक्कर और मुसीबत मे पड़ सकते हैं मनोहरलाल खट्टर:- बाबा भागलपुर

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भागलपुर, बिहार। किसान आंदोलन भारतीय जनता पार्टी की सरकार के लिए मुसीबत बनती दिख रही है। हरियाणा में भाजपा की खट्टर सरकार को झटका लगा है। एक निर्दलीय विधायक ने किसानों पर बीजेपी द्वारा अत्याचार करने का आरोप लगाते हुए अपना समर्थन वापस ले लिया।

हरियाणा की मनोहरलाल खट्टर सरकार अपने दम पर नहीं बल्कि कई विधायकों के समर्थन के साथ सत्ता में बनी हुई है। सरकार में भाजपा के 40 विधायक, जेजेपी के 10 और 6 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। इन्हीं में से एक विधायक ने अपना समर्थन वापस ले लिया है. हालांकि, इससे खट्टर सरकार पर कोई असर नहीं होगा।

इस सम्बन्ध में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त ज्योतिष योग शोध केन्द्र, बिहार के संस्थापक दैवज्ञ पं. आर. के. चौधरी उर्फ बाबा-भागलपुर, भविष्यवेत्ता एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ ने सुगमतापूर्वक बतलाया कि:- श्री मनोहरलाल खट्टर के सम्बन्ध में हमारी भविष्यवाणी कई हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई थी।

जिसमें हमने दोबारा मुख्यमंत्री बनने का स्पष्ट रूप से वर्णित किया था। जो शत-प्रतिशत सही साबित हुई। अब हम आते हैं मूल प्रश्न पर:- मोदी सरकार की किसान से टक्कर और मुसीबत मे पड़ सकते हैं मनोहरलाल खट्टर। श्री मनोहर लाल खट्टर जी का जन्म 5 मई 1954 को अपराह्न में हरियाणा प्रदेश के रोहतक जिले के निदाना गांव में हुआ था।

अवलोकनोपरांत ज्ञातव्य में कर्क लग्न, वृषभ के चंद्रमा और मकर के नवांश। ग्रहों की स्थिति विशेषानुसार लग्नेश चंद्र एकादश भाव में वृष के शुक्र के साथ विराजित है जो उत्तम स्थिति में है, द्वितीयेश सूर्य, तृतीयेश-द्वादश बुध की युति दशम भाव में है।

यह युति संबंध बुधादित्य योग और उच्च स्तरीय राजयोग कुलदीपक योग का सृजन किया है। फलस्वरूप साधारण परिवार से आने वाले खट्टर साहब प्रदेश के सत्ता के शिखर मुख्यमंत्री के पद पर विराजमान है। चतुर्थेश शुक्र, लाभ भाव में अपने घर में उच्च के चंद्रमा के साथ है।

राजकाज के प्रबल कारक ग्रह शनि चतुर्थ भाव में शश नामक राजयोग का सृजन किया है। पंचमेश-दशमेश मंगल, षष्टम भाव में राहु से युक्त है। यह युति संबंध को फलित कारों ने अच्छा नहीं माना है। परिणाम सामने है खट्टर साहब चिकित्सक बनना चाहते थे लेकिन रुकावट व बाधा सहित दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त कर सदर बाजार दिल्ली में दुकानदारी करने लगे थे।

शुक्र ग्रह की प्रबलतावश इन्हें कपड़े की व्यवसाय में सफलता मिली होगी। षष्टेश-भाग्येश देव गुरु बृहस्पति द्वादश भाव में पीड़ित होकर विपरीत राजयोग का निर्माण कर रहा है। फलस्वरूप संघर्ष का सुखद परिणाम। परिणाम भी सामने है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक बनकर संघर्ष किया और भाजपा में सम्मिलित हुए।

विशोंतरी दशा के क्रम में शनि की महादशा और बृहस्पति के अंतर्दशा में 26 अक्टूबर 2014 में हरियाणा प्रदेश के दसवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण कर कुल का नाम रोशन किया। इसी दशा के क्रम में बुध की महादशा में सूर्य की अन्तर्दशा 14 अक्टूबर 2019 से 20 अगस्त 2020 तक की अवधि सर्वोत्तम रही।

इस अवधि में दूसरी बार मुख्यमंत्री के पद पर विराजित हुए। अगस्त 2020 से जनवरी 2022 तक बुध में चन्द की अन्तर्दशा व दिसम्बर 2020 से फरवरी 2021 तक राहु की प्रयन्तर दशा अत्यंत प्रतिकूल है तथा देव गुरु बृहस्पति व दानव गुरु शुक्र इसी अवधि के दरम्यान अस्त हो रहे हैं। फलस्वरूप मुसीबत में पड़ सकते हैं मनोहरलाल खट्टर और निकट भविष्य में मुख्यमंत्री पद गँवाना भी पड़ सकता है।

पटना की ऋचा ने बढ़ाया बिहार का मान, मिसेज एशिया यूनिवर्स 2020 का जीता खिताब

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Patna: राजधानी पटना (Patna) की एक बेटी ने फिर से पूरे बिहार का नाम ऊंचा किया है. इस बार बिहार का नाम ऊपर करवाया पटना की बेटी ऋचा कुमारी ने. पटना के रूपसपुर थाना क्षेत्र स्थित लेखानगर की ऋचा कुमारी 25 नवंबर को दिल्ली में आयोजित मिसेज इंडिया शी इज इंडिया 2020 में मिसेज इंडिया यूनिवर्स (Mrs. India Universe) में विजेता रही हैं. ऋचा अब मिसेज यूनिवर्स के लिए आगे जा रहीं हैं. उन्होंने इस उपलब्धि से पूरे बिहार का नाम गौरवान्वित किया और मिसेज इंडिया शी इज इंडिया 2020 की विजेता रही.

ऋचा ने बताया कि मिसेज इंडिया सी इज इंडिया में कुल 352 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था. फाइनल राउंड में वह बिहार से अकेली थीं, जबकि दो अन्य प्रतिभागी मुंबई और जयपुर से थीं. ऋचा विवाहिता हैं और उनके पति तरुण शर्मा दिल्ली मेट्रो में असिस्टेंट मैनेजर हैं. वो अपने परिवार में बड़ी हैं. पटना में उनका एक छोटा भाई है कुमार ऋषभ वह भी दिल्ली आईआईटी का छात्र रहा है.

ऋचा के पिता संजय कुमार ओझा हाजीपुर रेलवे में डिप्टी चीफ इंजीनियर यानी उप मुख्य अभियंता हैं जबकि उनकी माता का नाम अलका ओझा है जो हाउस वाइफ हैं. ऋचा की इस उपलब्धि पर बिहार से जुड़े लोगों ने हर्ष व्यक्त किया है और कहा कि ये बहुत गर्व का विषय है.

इंजीनियर श्याम नंदन प्रसाद ने सुशील मोदी को दे दी चुनौती, जानिए पूरा मामला

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पटना: एक सीट पर होनेवाले राज्यसभा उपचुनाव में एनडीए प्रत्याशी सुशील कुमार मोदी को भले ही महागठबंधन से किसी विरोध का सामना न करना पड़ा हो, लेकिन एक इंजीनियर श्याम नंदन प्रसाद ने उनके खिलाफ पर्चा दाखिल कर दिया है।

पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के खिलाफ पर्चा दाखिल करनेवाले श्याम नंदन पंडारक के रहनेवाले हैं। हालांकि प्रसाद के नामांकन में उनकी ओर से कोई विधायक प्रस्तावक नही है। जबकि नामांकन के लिए कम से कम से 10 विधायकों का प्रस्तावक होना जरूरी है।

लिहाजा स्क्रूटिनी में श्याम नंदन प्रसाद के नामांकन का टिकना मुश्किल है। इसके बावजूद श्याम नंदन प्रसाद की इंट्री ने उपचुनाव को रोचक बना दिया है।

सुशील मोदी को कब मिलेगा सर्टिफिकेट

राज्यसभा उपचुनाव में महागठबंधन की तरफ से किसी नेता के पर्चा दाखिल नहीं करने की स्थिति में अब सुशील मोदी की जीत पक्की हो चली है। रामविलास पासवान के निधन से खाली हुई इस सीट पर उपचुनाव 14 दिसंबर को होना था, लेकिन अब मतदान की संभावना न के बराबर है।

सुशील मोदी इस पद के लिए एकमात्र वैध उम्मीदवार हैं। उपचुनाव के लिए अधिसूचना 26 नवंबर को जारी हुई थी, 3 नवंबर को दोपहर 3 बजे तक नामांकन दाखिल करने का आखिरी समय था। 4 नवंबर को नामांकन की जांच होगी, जिसे 5 नवंबर तक वापस लिया जा सकेगा। 6 नवंबर को रविवार होने की वजह से सुशील मोदी को 7 नवंबर को सर्टिफिकेट दिया जाएगा।

राजद ने नहीं उतारा प्रत्याशी

विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में करारी शिकस्त और बड़े उलटफेर की कोई संभावना नहीं देख महागठबंधन के किसी दल के किसी नेता ने राज्यसभा चुनाव में हार का सर्टिफिकेट लेने की हिम्मत नहीं दिखाई थी।इस तरह मोदी निर्विरोध रह गए। लेकिन राजद ने इसके पीछे मजेदार तर्क दिया।

पार्टी प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि बिहार, सुशील मोदी से मुक्ति चाहता है और महागठबंधन इस मुक्ति की राह में रोड़ा नहीं बनना चाहता। इसलिए राज्यसभा चुनाव में उनके खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला लिया है।

मोदी को केंद्र में क्या भूमिका मिलेगी

बिहार के राजनीतिक गलियारों में अभी यह चर्चा आम है कि सुशील मोदी के अनुभव का फायदा केंद्र सरकार कैसे उठाएगी। बड़ी संभावना यही थी कि उन्हें वित्त विभाग का काम दिया जायेगा।

बिहार में इस विभाग को संभालने का उनका लंबा अनुभव भी है, और मोदी की चाहत भी है, लेकिन भास्कर ने पहले ही बताया, यह लगभग तय है कि उन्हें कृषि या खाद्य आपूर्ति मंत्री बनाया जाएगा।

पटना के बिक्रम में कार्बन डाई ऑक्साइड गैस से भरी ट्रक क्षतिग्रस्त, गैस लीक से इलाके में हड़कंप

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Bikram: पटना के विक्रम थाना के गोरखरी गांव के पास सड़क हादसे में कार्बन डाई ऑक्साइड (Co2) गैस से भरी एक टैंक लॉरी क्षतिग्रस्त हो गई। टैंक लॉरी के क्षतिग्रस्त होने से उसमें से तेजी से गैस लीक हो रही है। इससे इलाके के लोगों में दहशत है। गोरखरी गांव के पास सड़क निर्माण हो रहा है। वहीं से गुजरने के क्रम टैंक लॉरी क्षतिग्रस्त हो गई। गैस लीक होने के कारण वहां अफरातफरी मच गई।

गैस लीक होने से गांव में बर्फबारी जैसा आलम है। चारों ओर बर्फ के फाहे नजर आ रहे हैं। टैंक से तेजी से हो रहे रिसाव से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। चालक रामचंद्र ने बताया कि टैंक में कार्बन डाई ऑक्साइड (ड्राई आइस) लेकर बिहटा की लोहा फैक्ट्री में जा रहा था। इस दौरान रास्ता भटक गया और बिक्रम पहुंच गया। फिलहाल लगातार रिसाव जारी है। ड्राई आइस का इस्तेमाल गर्म लोहा को ठंडा करने के लिए होता है।

शहाबुद्दीन को मिली पैरोल, अब पुलिस कस्टडी में मां और पत्नी से मिल सकेंगे

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पटना: तिहाड़ जेल में बंद सीवान के पूर्व सांसद मो शहाबुद्दीन को पैरोल मिल गई है. लेकिन यह पैरोल पुलिस कस्टडी की मिली है. वह पुलिस की निगरानी में ही अपनी मां और पत्नी से दिल्ली के किसी भी जगह पर मिल सकते हैं. परिवार के अलावे किसी और से मिलने की अनुमति नहीं दी गई.

दिल्ली हाईकोर्ट से मिली मंजूरी

दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को शाहबुद्दीन को दिल्ली में अपने परिवार से मिलने के लिए कस्टडी पैरोल मंजूर कर दी है. हाईकोर्ट ने शाहबुद्दीन को हिदायत दी है. जस्टिस अनूप जे. भंभानी ने बुधवार को हत्या के मामले में सजा काट रहे शाहबुद्दीन को तीन दिन की कस्टडी पैरोल देने का निर्देश दिया है.

तीन दिन के भीतर शाहबुद्दीन को दिल्ली में अपनी पसंद का जगह बताने का निर्देश दिया गया है. जहां पर वह मिलना चाहेंगे. मिलने का समय भी निर्धारित किया गया है. वह सिर्फ 6 घंटे ही मुलाकात कर सकते हैं. मुलाकात से पहले उस जगह का सत्यापन भी किया जाएगा.

शाहबुद्दीन के पिता का 19 सितंबर को निधन हो गया और वह अपनी बीमार मां के साथ समय बिताना के लिए पैरोल मांगा था.

बिहार पुलिस ने सुरक्षा देने से किया था इनकार

जब शहाबुद्दीन ने कोर्ट से पैरोल मांगी थी तो इस दौरान बिहार पुलिस और दिल्ली पुलिस ने शाहबुद्दीन को सीवान ले जाने पर सुरक्षा मुहैया कराने में असमर्थता जताई थी.

दोनों पुलिस के हाथ खड़े करने पर कोर्ट ने बीच का रास्ता निकाला. बता दें कि शहाबुद्दीन हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे है. इनको सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 2018 में तिहाड़ जेल भेजा गया था.

BJP नेता ने पोती की सगाई में बुलाया था 6 हजार लोगों को, पूर्व मंत्री समेत 18 लोग गिरफ्तार

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डेस्क: बीजेपी के नेता ने कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन कर अपनी पोती की सगाई में 6 हजार लोगों को बुलाया. जिसके बाद पुलिस ने बीजेपी के पूर्व मंत्री कांति गामित और उनके बेटे समेत 18 लोगों को गाइडलाइंस का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने यह कार्रवाई गुजरात के तापी में की है.

ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मी भी सस्पेंड

इसके अलावे तापी के सोनगरा इलाके में हुई सगाई कार्यक्रम के दौरान ड्यूटी में तैनात कई पुलिस पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड करने का आदेश दिया गया है. इनलोगों पर आरोप है कि ड्यूटी के दौरान मना नहीं किया. जिसके कारण इतने लोग जुटे.

सगाई में जुटे थे 6 हजार लोग

पूर्व मंत्री कांति गामित ने अपनी पोती की सगाई की रस्म में 6 हजार लोगों को बुलाया था. इस समारोह में शामिल लोगों ने गरबा भी खेला था. जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया.

जिसके बाद अपने ही पार्टी के नेता के खिलाफ बीजेपी की सरकार ने कार्रवाई की है. गाइडलाइंस के तहत 150 लोगों को जुटने की अनुमति थी. लेकिन बीजेपी नेता ने 6 हजार लोगों को बुलाया था. जिसके बाद कार्रवाई हुई है.