मोदी सरकार की किसान से टक्कर और मुसीबत मे पड़ सकते हैं मनोहरलाल खट्टर:- बाबा भागलपुर

0
1816

भागलपुर, बिहार। किसान आंदोलन भारतीय जनता पार्टी की सरकार के लिए मुसीबत बनती दिख रही है। हरियाणा में भाजपा की खट्टर सरकार को झटका लगा है। एक निर्दलीय विधायक ने किसानों पर बीजेपी द्वारा अत्याचार करने का आरोप लगाते हुए अपना समर्थन वापस ले लिया।

हरियाणा की मनोहरलाल खट्टर सरकार अपने दम पर नहीं बल्कि कई विधायकों के समर्थन के साथ सत्ता में बनी हुई है। सरकार में भाजपा के 40 विधायक, जेजेपी के 10 और 6 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। इन्हीं में से एक विधायक ने अपना समर्थन वापस ले लिया है. हालांकि, इससे खट्टर सरकार पर कोई असर नहीं होगा।

इस सम्बन्ध में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त ज्योतिष योग शोध केन्द्र, बिहार के संस्थापक दैवज्ञ पं. आर. के. चौधरी उर्फ बाबा-भागलपुर, भविष्यवेत्ता एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ ने सुगमतापूर्वक बतलाया कि:- श्री मनोहरलाल खट्टर के सम्बन्ध में हमारी भविष्यवाणी कई हिन्दी दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई थी।

जिसमें हमने दोबारा मुख्यमंत्री बनने का स्पष्ट रूप से वर्णित किया था। जो शत-प्रतिशत सही साबित हुई। अब हम आते हैं मूल प्रश्न पर:- मोदी सरकार की किसान से टक्कर और मुसीबत मे पड़ सकते हैं मनोहरलाल खट्टर। श्री मनोहर लाल खट्टर जी का जन्म 5 मई 1954 को अपराह्न में हरियाणा प्रदेश के रोहतक जिले के निदाना गांव में हुआ था।

अवलोकनोपरांत ज्ञातव्य में कर्क लग्न, वृषभ के चंद्रमा और मकर के नवांश। ग्रहों की स्थिति विशेषानुसार लग्नेश चंद्र एकादश भाव में वृष के शुक्र के साथ विराजित है जो उत्तम स्थिति में है, द्वितीयेश सूर्य, तृतीयेश-द्वादश बुध की युति दशम भाव में है।

यह युति संबंध बुधादित्य योग और उच्च स्तरीय राजयोग कुलदीपक योग का सृजन किया है। फलस्वरूप साधारण परिवार से आने वाले खट्टर साहब प्रदेश के सत्ता के शिखर मुख्यमंत्री के पद पर विराजमान है। चतुर्थेश शुक्र, लाभ भाव में अपने घर में उच्च के चंद्रमा के साथ है।

राजकाज के प्रबल कारक ग्रह शनि चतुर्थ भाव में शश नामक राजयोग का सृजन किया है। पंचमेश-दशमेश मंगल, षष्टम भाव में राहु से युक्त है। यह युति संबंध को फलित कारों ने अच्छा नहीं माना है। परिणाम सामने है खट्टर साहब चिकित्सक बनना चाहते थे लेकिन रुकावट व बाधा सहित दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त कर सदर बाजार दिल्ली में दुकानदारी करने लगे थे।

शुक्र ग्रह की प्रबलतावश इन्हें कपड़े की व्यवसाय में सफलता मिली होगी। षष्टेश-भाग्येश देव गुरु बृहस्पति द्वादश भाव में पीड़ित होकर विपरीत राजयोग का निर्माण कर रहा है। फलस्वरूप संघर्ष का सुखद परिणाम। परिणाम भी सामने है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक बनकर संघर्ष किया और भाजपा में सम्मिलित हुए।

विशोंतरी दशा के क्रम में शनि की महादशा और बृहस्पति के अंतर्दशा में 26 अक्टूबर 2014 में हरियाणा प्रदेश के दसवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण कर कुल का नाम रोशन किया। इसी दशा के क्रम में बुध की महादशा में सूर्य की अन्तर्दशा 14 अक्टूबर 2019 से 20 अगस्त 2020 तक की अवधि सर्वोत्तम रही।

इस अवधि में दूसरी बार मुख्यमंत्री के पद पर विराजित हुए। अगस्त 2020 से जनवरी 2022 तक बुध में चन्द की अन्तर्दशा व दिसम्बर 2020 से फरवरी 2021 तक राहु की प्रयन्तर दशा अत्यंत प्रतिकूल है तथा देव गुरु बृहस्पति व दानव गुरु शुक्र इसी अवधि के दरम्यान अस्त हो रहे हैं। फलस्वरूप मुसीबत में पड़ सकते हैं मनोहरलाल खट्टर और निकट भविष्य में मुख्यमंत्री पद गँवाना भी पड़ सकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here