तेजस्वी यादव ने CM नीतीश को दी सीधी चुनौती- ‘जा रहा हूं, रोक सको तो रोक लीजिए’

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Patna: किसान आंदोलन के समर्थन के लिए तेजश्वी यादव (Tejaswi Yadav) के पटना के गांधी मैदान (Patna Gandhi Maidan) में होने वाले धरने पर रोक लगा दी गई है. प्रशासन द्वारा साफ तौर पर कह दिया गया है कि गांधी मैदान धरनास्थल नहीं है इसलिए यह कार्रवाई की गई है. हालांकि रोक के बावजूद बाहर ही चार नंबर गेट पर राजद, कांग्रेस व वाम दलों के कई नेता धरने पर बैठ गए हैं. इस बीच तेजस्वी यादव ने भी वहां जाने का ऐलान कर करते हुए सीधे सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को चुनौती दे दी है और कहा हैकि रोक सको तो रोक लीजिए.

तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखते हुए लिखा, गोडसे को पूजने वाले लोग पटना पधारे हैं. उनके स्वागत में अनुकंपाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति को कैद कर लिया ताकि गांधी को मानने वाले लोग किसानों के समर्थन में गांधीजी के समक्ष संकल्प ना ले सकें. नीतीश जी वहां पहुंच रहा हूं, रोक सको तो रोक लीजिए.

बता दें कि जिला प्रशासन के रोक के बावजूद महागठबंधन में शामिल राजद, कांग्रेस व वाम दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं की गांधी मैदान के पास भीड़ जमा हो गई है. जिला प्रशासन के लोग भी मौके पर मौजूद हैं और नेताओं को आगाह कर रहे हैं कि यह धरनास्थल नहीं है और पूर्व अनुमति नहीं ली गई है. इसलिए धरने को खत्म करें, लेकिन नेता हटने को तैयार नहीं हैं.

बता दें कि कृषि बिल वापस लेने के मुद्दे को लेकर किसान आंदोलन के समर्थन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आज गांधी मैदान के अंदर महागठबंधन द्वारा धरना प्रस्तावित है. लेकिन, गांधी मैदान को पूरी तरीके से सील कर दिया गया है और वहां पर पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है. गांधी मैदान के अंदर किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है. जो मॉर्निंग वॉकर आज पहुंचे थे उन्हें भी आप गांधी मैदान से बाहर निकाल दिया गया था.

बता दें कि तेजस्वी ने शुक्रवार को महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना देने को लेकर तर्क दिया था कि यह गांधी जी से विचारों से जुड़ा मसला है. उन्होंने कहा था कि गांधी जी को महात्मा चम्पारण की धरती ने बनाया. नील की खेती वाली और अंग्रेज वाली ही स्थिति है. हर किसी को मजदूर बनाकर छोड़ा जाएगा.

पिता को माउंटेन मैन बनाने में मदद करने वाली दशरथ मांझी की बेटी लौंगिया नहीं रहीं

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Gaya: माउंटेन मैन दशरथ मांझी जब पहाड़ का सीना चीरकर गहलौर से वजीरगंज का रास्ता बना रहे थे, तब पहाड़ तोड़ने और पत्थरों को किनारे लगाने में एक नन्हीं बच्ची भी उनका हाथ बंटा रही थी, अब वह नहीं रही। लंबे समय से बीमार उनकी 70 वर्षीया पुत्री लौंगिया देवी ने आज दम तोड़ दिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लौंगिया देवी के निधन पर शोक संवेदना जतायी है।

लौंगिया देवी लंबे समय से बीमार चल रही थीं। उनका मगध मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा था। बताया जा रहा है कि एक सप्ताह पूर्व उन्हें पटना रेफर किया गया था, लेकिन उनके परिजन वापस अपने घर गहलौर लेकर चले गये थे। शुक्रवार की सुबह उन्होंने अंतिम सांसे लीं।

दशरथ मांझी की दो संतान हैं। भगीरथ और लौंगिया। गांव के लोगों के अनुसार लगातार 22 वर्षों तक पहाड़ तोड़ कर रास्ते बनाने वाले माउंटेन मैन दशरथ मांझी की कहानी जब देश-दुनिया ने जानी तो गहलौर पर्यटक स्थल जैसा हो गया। जो कोई भी जिज्ञासावश गहलौर आता, लौंगिया देवी से जरूर मिलता। पिता के साथ रही लौंगिया देवी तब लोगों को वह किस्सा बतातीं कि कैसे उनके पिता दशरथ मांझी ने असंभव को संभव बना दिया।

अब कौन सुनाएगा कहानी

लौंगिया देवी लोगों को बताती थीं कि रास्ता नहीं होने के कारण समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाने के कारण उनकी मां की मौत हो गई। उनके पिता दशरथ मांझी को इस घटना ने झकझोर दिया। ठान ली कि पहाड़ के दो टुकड़े कर देंगे। धुन के पक्के दशरथ मांझी ने आखिरकार यह कर दिखाया। 30 वर्ष पूर्व अतरी और वजीरगंज की दूरी पहाड़ी की वजह से कई किलोमीटर अधिक थी। अब दूरी सिमट गई है। अस्पताल भी उस जामने में वजीरगंज में हुआ करता था। अतरी के लोगों का बाजार भी वजीरगंज में था।

राज्यसभा के लिए सुशील मोदी निर्विरोध चुने गए, ऐलान सात दिसंबर को

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Patna: पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का राज्यसभा में जाना तय हो गया है। शुक्रवार को नामांकन जांच में उनका आवेदन वैध पाया गया जबकि निर्दलीय उम्मीदवार का नामांकन अवैध पाया गया। निर्दलीय उम्मीदवार श्यामनंदन प्रसाद ने 10 प्रस्तावकों की सूची नहीं दी थी। इसके कारण उनका नामांकन रद्द किया गया है।

आपको बता दें की राज्यसभा चुनाव के लिए 10 प्रस्तावकों की सूची देना अनिवार्य होता है। लेकिन, निर्दलीय उम्मीदवार ऐसा नहीं कर सके। लिहाजा, एकमात्र उम्मीदवार रह जाने के कारण मोदी का निर्विरोध चुना जाना तय हो गया।

नामांकन पत्र वापस लेने की 7 दिसम्बर अंतिम तिथि को निर्वाची पदाधिकारी प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल मोदी को राज्यसभा उपचुनाव में निर्विरोध चुने जाने का प्रमाण पत्र देंगे। ऐसे राज्यसभा के लिए 14 दिसंबर को उपचुनाव होना था। लेकिन अब उसकी नौबत ही नहीं आएगी। मोदी लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान के निधन के बाद रिक्त हुई सीट से राज्यसभा जाएंगे। उनका कार्यकाल 2 अप्रैल 2024 तक का है।

अब सरकारी अस्पताल पहुंचते ही पोर्टल पर ऑनलाइन हो जाएगा मरीज, पढ़िए पूरी खबर

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Patna: अब सरकारी अस्पताल पहुंचते ही मरीज ऑनलाइन हो जाएगा। संजीवनी पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होते ही उसकी सारी जानकारी ऑनलाइन हो जाएगी। मरीज से संबंधित इलाज के बारे में सभी जानकारी पोर्टल पर दिखेगी। इसमें मरीज के दिखाने की तिथि, डॉक्टर का नाम, अस्पताल का नाम, जांच रिपोर्ट, सुझाव की गई दवा से संबंधित हर जानकारी पोर्टल पर होगी। मरीज को कहीं भागदौड़ करने की जरूरत ही नहीं होगी बल्कि रोगी भी अपने इलाज से संबंधित सभी विवरण अपने स्तर से भी जांच लेगा। शुक्रवार को पटना के डीएम कुमार रवि ने प्रयोग के तौर पर दो अस्पतालों से इसकी शुरुआत की है।

प्रयोग सफल हुआ तो हर अस्पताल में यह सुविधा

पटना डीएम कुमार रवि ने ‘संजीवनी प्लस’ सॉफ्टवेयर पर आधारित हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम का शुभारंभ किया है। प्राथमिक एवं प्रायोगिक तौर पर गुरु गोविंद सिंह अस्पताल, पटना सिटी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, फुलवारीशरीफ से इसे लांच किया गया है। प्रयोग सफल रहा तो पटना के सभी सरकारी अस्पतालों में यह सुविधा दी जाएगी।

ऐसे काम करेगा साफ्टवेयर

मरीज के अस्पताल पहुंचते ही उसका रजिस्ट्रेशन संजीवनी सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाएगा। सॉफ्टवेयर पर आधारित इस तकनीक में मरीज से संबंधित जांच और डॉक्टर का पर्चा सब अपलोड कर दिया जाएगा। मरीज को एक रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाएगा। इस नंबर के सहारे मरीज के साथ डॉक्टर भी ऑनलाइन सब जानकारी देख सकेंगे। OPD से लेकर भर्ती होने वाले मरीजों की भी पूरी जानकारी पोर्टल पर दिखेगी। इसमें फार्मेसी, रेडियोलॉजी, नर्सिंग स्टेशन से लेकर हर जानकारी दर्ज होती रहेगी। इसके लिए संबंधित अस्पताल में संजीवनी पोर्टल का निबंधन काउंटर बनाया गया है। यह व्यवस्था कंप्यूटरीकृत तथा डाटा कलेक्शन मोड में होगी।

भागलपुर के किसान ने नारंगी, मौसंबी, स्ट्रॉबेरी और सेब की खेती कर बढ़ाई आमदनी, कई राज्यों से सीखने आ रहे लोग

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Bhagalpur: बिहार में भी अब सेब, नारंगी, मौसंबी और स्ट्रॉबेरी की खेती होने लगी है। भागलपुर के तेतरी प्रखंड के किसान गोपाल सिंह ने इस नई संभावना को तराशा है। वे परम्परागत खेती के साथ-साथ सेब, मौसंबी, नारंगी, स्ट्रॉबेरी सहित नई तरह के पपीते की खेती कर किसानों को प्रेरित कर रहे हैं। शुरुआत इन्होंने लगभग 6 साल पहले 15 एकड़ में संतरा की खेती से की थी। फिर इन्होंने 10 एकड़ में मौसमी की खेती की। समेकित खेती के रूप में पपीता और केले को भी इन्होंने उसमें शामिल किया।

धीरे-धीरे मिलती गई सफलता से उत्साहित होकर गोपाल ने सेब की भी खेती करनी शुरू कर दी। गूगल की मदद से हरमन-99 एप्पल के बारे में जानकारी ली। इस सेब का उत्पादन 45 से 48 डिग्री तक के तापमान में किया जा सकता है। इसके बाद उन्होंने हिमाचल प्रदेश से एक हजार पौधा लाकर यहां लगाया। पिछ्ले वर्ष कुछ पेड़ों पर फूल और फल भी आये थे। इस बार सेब का उत्पादन पहले से ज्यादा बेहतर होने की उम्मीद है। उन्होने बताया कि लगभग 200 पौधे कस्टर्ड एप्पल (सीताफल) भी लगाये हैं। बडे पैमाने पर अमरूद की भी खेती शुरू कर दी। 4 एकड़ में इन्होंने अमरुद की खेती की।

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फलों की खेती करने वाले भागलपुर के तेतरी प्रखंड के किसान गोपाल सिंह।

दूर-दूर से उन्नत खेती सीखने आते हैं लोग

गोपाल सिंह से उन्नत खेती के बारे में सीखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। इस संबंध में धनबाद से आए BCCL कर्मी डीके सिंह और BCCL से वित्त प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त गौरी शंकर सिंह ने बताया कि इनके द्वारा की जा रही उन्नत खेती के बारे में बहुत कुछ सुना था। हमलोग इनसे खेती के बारे में सीखने के लिए आते हैं।

गूगल पर सीखी खेती की नई तकनीक

गोपाल सिंह ने बताया कि मुझे इस तरह की खेती के लिए गूगल से काफी मदद मिली। इसलिए मैं सभी किसानों से कहूंगा कि तकनीकी रूप में वे अपना विकास जरूर करें। मौसंबी, संतरा, सेब, एप्पल बेर, सीताफल और अमरूद की खेती काफी फायदेमंद है। इसके बारे में गूगल से हर तरह की जानकारी मिल जाती है। उन्होंने कहा कि अब किसानों की जमीन कम हो गई है। चावल-गेहूं पर ही आश्रित रहने से नहीं होगा, बल्कि नई तकनीक से खेती पर जोर देना होगा। समेकित खेती को अपनाना होगा।

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गोपाल सिंह के बगीचे में लगे तरह-तरह के फल।

यहां बेचते हैं उत्पादित फलों को

गोपाल सिंह ने बताया कि फल उत्पादन के बाद मौसमी को सबसे पहले सिलीगुड़ी के बाजार में भेजते थे और संतरा की खपत भागलपुर सहित आसपास के जिलों में होती थी, लेकिन इस बार माल कुछ ज्यादा आ गया और छठ पर्व भी समय से थोड़ा विलम्ब से हुआ, जिस वजह से मूल्य में गिरावट आ गई, लेकिन कुल मिलाकर लगभग 200 किलोमीटर के रेंज में फल लोकल स्तर पर बिक जाते हैं। गोपाल सिंह का कहना है कि सरकार को चाहिए कि जब किसान फल का उत्पादन करे तो न सिर्फ लोकल स्तर पर, बल्कि इसके व्यापक बाजार पर भी सरकार ध्यान दे।

सरकारी व्यवस्था से मदद की दरकार

गोपाल सिंह ने कहा कि यहां के किसानों में तकनीकी जानकारी का अभाव है। उन्हें इस तरह की खेती के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है। इसके लिए किसानों को सरकार की तरफ से जागरूक करते हुए इन्हें प्रोत्साहन मिले। कहा, मौजूदा सरकार में खेतों तक बिजली की पहुंच से किसानों को राहत मिली है। मौजूदा समय में सरकार के पदाधिकारियों और कृषि पदाधिकारियों की मदद की जरूरत है, जो धरातल पर जाकर किसानों को उनकी फसल के सम्बंध में जानकारी दे सकें। मिट्टी की जांच करते हुए उन्हें समेकित खेती और फलों की अत्याधुनिक खेती के बारे मे जानकारी दे सकें।

किसानों के प्रति बैंकों का रवैया सही हो

गोपाल सिंह ने कहा कि शोषण प्रवृत्ति पर लगाम लगनी जरूरी है। किसानों के साथ बैंकों का उपेक्षापूर्ण रवैया और शोषण प्रवृत्ति गलत है। अगर प्रशासनिक स्तर पर इन समस्याओं पर ध्यान दिया जाए तो किसानों की बड़ी मदद हो जाएगी।

कृषि कानून के खिलाफ आरा समेत कई शहरों में सड़क जाम

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Patna: किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आज अखिल भारतीय किसान महासभा और भाकपा-माले ने राज्यव्यापी चक्का जाम का ऐलान किया है। माले विधायक सुदामा प्रसाद के नेतृत्व में आरा बस स्टैंड के समीप भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने किया सुबह-सुबह ही सड़क जाम कर दिया।

राज्य के कई हिस्सों में सड़क जाम

सड़क जाम होने से वाहनों की लम्बी कतार लग गई है। बेगूसराय समेत राज्य के कई अन्य हिस्सों से विरोध प्रदर्शन की खबर आ रही है। भाकपा-माले, किसान महासभा और खेग्रामस तीनों कृषि कानून को वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान की सरकारी खरीद की गारंटी देने और प्रस्तावित बिजली बिल 2020 वापस लेने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।

कृषि बिल के विरोध में भाकपा-माले

आज कृषि बिल को लेकर दिल्ली में चल रहे किसानों के आंदोलन के समर्थन में महागठबंधन के नेता पटना में धरना भी देंगे। तेजस्वी यादव की अगुवाई में राजद, कांग्रेस और वामदलों के नेता गांधी मैदान स्थित गांधी मूर्ति के समक्ष सुबह 10 बजे से दो घंटे के लिए सांकेतिक धरने पर बैठेंगे। शुक्रवार को तेजस्वी ने बिहार के किसान और संगठनों से आंदोलन को मजबूत करने की अपील की थी। वहीं भाकपा माले, किसान महासभा और खेग्रामस ने अनिश्चितकालीन सत्याग्रह और चक्का जाम की चेतावनी दी है।

बिहार में मिले कोरोना के 619 नए मरीज, 24 घंटे में 7 की मौत

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Patna: बिहार में कोरोना संक्रमण की रफ़्तार अब धीमी हो गई है. लेकिन इसके बावजूद भी हर रोज हजारों की संख्या में पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से ताजा अपडेट जारी की गई है. इस अपडेट के मुताबिक बिहार में 619 लोग कोरोना पॉजिटव मिले हैं. इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 237968 हो गई है. बिहार में फिलहाल 6,183 कोरोना के एक्टिव मरीज है.

राजधानी पटना में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. राजधानी पटना में एक बार फिर से सबसे ज्यादा 211 नए मामले सामने आये हैं. शुक्रवार को जारी ताजा अपडेट के मुताबिक बिहार के विभिन्न जिलों से 619 नए मामले सामने आये हैं. इसके साथ ही राज्य में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 237968 हो गया है.

बीते दिन गुरुवार को जारी नियमित अपडेट के मुताबिक पिछले 24 घंटे के भीतर 7 व्यक्ति की मौत हुई. इसके साथ ही राज्य में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा 1281 हो गया है. बिहार के लोगों के लिए ख़ुशी की बात तो ये है कि महज 24 घंटे के भीतर 502 कोरोना मरीज स्वस्थ हुए हैं. इसके साथ ठीक होने वाले मरीजों की संख्या दो लाख के करीब हो गई. राज्य में अब तक कुल 2,30,503 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं.

बिहार ने एक नया रिकार्ड बनाया है. राज्य के अंदर लगभग 97.12 प्रतिशत मरीज से अधिक मरीज अब स्वस्थ हो चुके हैं, जो कि देश में किसी भी अन्य राज्य से ज्यादा है. इतना ही नहीं भारत में कोरोना से ठीक होने वाले के आंकड़े से भी बिहार 10% आगे चल रहा है.

मुसरी घरारी – दरभंगा पथ के नवीकरण को लेकर हुई बैठक

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दरभंगा पासवान चौक, हाजीपुर भाया मुसरीघरारी – दरभंगा पथ के नवीकरण को लेकर जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम के कार्यालय प्रकोष्ठ में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में माननीय सांसद दरभंगा डॉ गोपाल जी ठाकुर एवं माननीय विधायक दरभंगा श्री संजय सरावगी की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गयी।

इस प्रोजेक्ट के कंसलटेंट के द्वारा बताया गया कि हाजीपुर के पासवान चौक से मुसरीघरारी होते हुए दरभंगा पथ एनएच- 103 का चौड़ीकरण कर इसे एन एच-322 बनाया जाना है। मुसरीघरारी से दरभंगा तक के पथ नवीकरण कार्य को कार्यपालक अभियंता, एनएच, दरभंगा द्वारा देखा जा रहा है।

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इस सड़क के लिए दरभंगा जिला के अंतर्गत लगभग 27 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण करने की आवश्यकता है। उन्होंने सड़क के एलाइनमेंट को पावर पॉइंट प्रस्तुतीकरण के माध्यम से दिखलाया। उन्होंने कहा कि सड़क का एलाइनमेंट इस तरह से अपनाया जा रहा है ताकि यह भारत माला एवं ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट को छूते हुए निकले।

समीक्षा क्रम में जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता, एनएच,दरभंगा को निर्देश दिया कि सड़क का एलाइनमेंट इस तरह से बनाया जाए जिसमें कम से कम भू अर्जन करने की आवश्यकता हो तथा कम से कम घर टूटने की संभावना हो। तथा जटमलपुर के पास बांध का ऊंचीकरण करना होगा क्योंकि प्रतिवर्ष बाढ़ की संभावना बनी रहती है और बाढ़ कभी उत्तर दिशा से तो कभी दक्षिण दिशा से प्रवेश करती है इसलिए दोनों ओर से इसे सुरक्षित बनाना होगा तथा पानी की निकासी की मुकम्मल व्यवस्था करनी होगी।

कार्यपालक अभियंता, एनएच, दरभंगा ने बताया कि चुनाव के पहले एलाइनमेंट अनुमोदित हो गया अब भू- अर्जन की कार्रवाई की जानी है। जिलाधिकारी ने कहा कि भू अर्जन के लिए जारी किए जाने वाले अधिसूचना 3-A में प्लॉट सहित उस किसान का नाम दिया जाए जिसके अधिकार में वह भूमि है।

विधायक ने डांसर के साथ स्टेज पर लगाया ठुमका, समर्थकों ने जमकर उड़ाए नोट

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Desk: कांग्रेस विधायक एक कार्यक्रम में गए थे. इस दौरान स्टेज पर डांसर डांस कर रही थी. जिसके बाद कांग्रेस विधायक खुद को रोक नहीं पाए और स्टेज पर चढ़ गए. विधायक जी डांसर के साथ ठुमका लगाने लगे. अब इसका वीडियो वायरल हो गया है. यह मामला छत्तीसगढ़ के रायपुर का है.

समर्थकों ने उड़ाया नोट

भरतपुर सोनहत के कांग्रेस विधायक गुलाब कमरो को बार गर्ल के साथ डांस करता देख उनके समर्थक भी जोश में आ गए. विधायक पर नोट उड़ाने लगे. इसका वीडियो अब सोशल मीडिया में वायरल हो गया है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक घुटरा गांव में आयोजित शादी समारोह में गए थे. इस दौरान मंच पर छत्तीसगढ़ी गीत ‘हमर पारा तुहंर पारा…’ जब मंच पर बजा, तो विधायक कमरो भी ठुमका लगाने लगे.

बीजेपी ने की कार्रवाई की मांग

जब वीडियो वायरल होने लगा तो बीजेपी ने विधायक पर निशाना साधा है. बीजेपी ने कहा कि एक ओर आदिवासी बालाएं रेप का शिकार हो रही हैं और कांग्रेस विधायक बालाओं के साथ ठुमके लगा रहे हैं. कमरो को पद से बर्खास्त किया जाना चाहिए. वही, विधायक ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मैं लोगों से घुला-मिला रहता हूं, मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ भी गलत है.

जेल में आनंद मोहन को मिल रही वीआईपी ट्रीटमेंट, सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल

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Gopalganj: गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन को जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है. आनंद मोहन की सहरसा जेल से तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.

सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें वायरल है उसमें आनंद मोहन कुछ लोगों के साथ कुर्सी पर आराम से बैठे नजर आ रहे हैं. आनंद मोहन जेल में भले ही बंद है लेकिन उनके लिए जेल में तमाम सुख सुविधा मौजूद है.

जेल के अंदर से आनंद मोहन की तस्वीर सामने आई है. जिसमे वो कुछ लोगो के साथ कुर्सी टेबल लगा के बैठे है और इस पल को जेल के अंदर कैमरे में कैद किया गया है. जिसके बाद यह सवाल उठता है कि जेल में बंद बाहुबली के लिए फोन ले जाने की छूट है. जो लोग आनंद मोहन के साथ फोटो में मौजूद हैं उसमे सीतामढ़ी जिला कॉपरेटिव के अध्यक्ष सुधीर कुंवर. सुधीर कुंवर ने ही अपने फेसबुक अकाउंट से जेल में ली गई तस्वीरें पोस्ट की है, जिसके बाद यह तेजी से वायरल हो रही है.