जब मुंबई में इस अभिनेत्री को आ गई थी फुटपाथ पर रहने की नौबत

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जब सितारे चमकने लगते हैं तो उनकी संघर्ष गाथा किसी को नजर नहीं आती आज हम आपको बताने जा रहे हैं बिहार मूल की भोजपुरी की चर्चित अभिनेत्री प्रियंका महाराज की संघर्ष गाथा
फिल्मों में काम कर के बड़ा कलाकार बनने का सपना तमाम लड़के लड़कियां देखते हैं. कई कलाकारों का शुरुआती सफर बहुत ही मुश्किल भरा होता है, जिस से आने वाले लोगों को सीख भी मिल सकती है. इस के जरीए वे तमाम तरह की परेशानियों से बच सकते हैं. बिहार की राजधानी पटना की रहने वाली प्रियंका महाराज के फिल्मी सफर की कहानी काफी मुश्किलों भरी रही, पर अब वे कामयाबी की राह पर हैं. जद्दोजेहद के उस दौर में वे काफी परेशान थीं. उन्हें लग ही नहीं रहा था कि कामयाबी मिलेगी.

प्रियंका महाराज की मां टीचर थीं. अब वे नौकरी छोड़ कर बेटी के साथ रहती हैं. प्रियंका के पिता इंस्पैक्टर थे. पहले वे बेटी को फिल्म लाइन में नहीं भेजना चाहते थे, पर जब बेटी की जद्दोजेहद को देखा, तो मदद के लिए आगे बढ़े. आज वे इस दुनिया मे नही हैं.

अपने मुश्किल दिनों की यादें प्रियंका महाराज ने बातचीत में बताईं. पेश हैं, उस के खास अंश:

पटना से मुंबई का सफर कैसा रहा?

पटना से मैं सब से पहले दिल्ली पहुंची थी. मुझे ‘मिस इंडिया’ बनना था. डांस और मौडलिंग मेरी हौबी थी. घर में किसी का कोई सहयोग नहीं था. पापा तो कतई नहीं चाहते थे कि मैं फिल्म या मौडलिंग लाइन में काम करूं. ऐसे में मैं पापा से छिप कर डांस सीखती थी.

मैं ने कभी हार नहीं मानी. मैं अपनी कोशिश में लगी रही. ऐक्टिंग सीखने के लिए मैं ने थिएटर किया, फिर टैलीविजन पर ‘बिग मैजिक’ पर ‘पुलिस फाइल’ सीरियल में काम करने का औफर मिल गया. इस के बाद ‘दूरदर्शन’ पर भी एक सीरियल किया. मौडलिंग भी शुरू कर दी. सब ठीकठाक चल रहा था. थोड़ा सा मम्मी का सहयोग मिलने लगा. बाद में पापा ने भी विरोध करना बंद कर दिया.

जद्दोजेहद का दौर कब आया?

शुरुआती कामयाबी के बाद ऐसा लगा कि सब ठीक है. बिहार में भोजपुरी फिल्में बहुत चलती हैं. ‘निरहुआ’ का हीरो के रूप में बड़ा नाम है. फेसबुक पर एक लड़के से संपर्क हुआ. उस ने खुद को ‘निरहुआ’ का भांजा बताया और मुझ से बोला कि वह सीरियल और फिल्म दोनों में काम दिला देगा. उस ने मुझे दिल्ली बुलाया.

मैं अपनी मां के साथ उस की बात को सच मान कर दिल्ली चली आई. इस के पहले मुझे बिराज भट्ट के साथ फिल्म ‘जिद्दी’ का औफर मिला था. शूटिंग शुरू नहीं हो रही थी. पूरा एक महीना मैं अपनी मां के साथ दिल्ली में ही रही.

वह लड़का आया और बोला कि दिनेशजी ने मुझे भेजा है. उन के पास समय नहीं है. उस ने आर्टिस्ट कार्ड बनाने के लिए 60 हजार रुपए मांगे. हम लोगों ने दे दिए. हमें लगा कि जब सीरियल में काम मिल जाएगा, तो यह पैसा वापस आ जाएगा.

फिर सच कैसे सामने आया?

हम लोग एक महीने तक वहां रहे, पर कोई सीरियल नहीं मिला. तब हम ने सच पता करने की कोशिश शुरू की, तो पता चला कि वह लड़का दिनेशजी का भांजा नहीं है. मैं झांसे में आ गई थी.

मेरी मां की तबीयत खराब हो गई. मैं बहुत डर गई. फिर मुंबई में फिल्म करने का एक औफर मिला. हम लोग वहां से मुंबई चले आए, जोगेश्वरी इलाके में होटल में रहने लगे.

वहां भोजपुरी के कुछ कलाकारों, प्रोड्यूसरों व डायरैक्टरों से मिली. ऐसे में 20 दिन बीत गए. हमारे पास पैसे खत्म हो गए थे. होटल वाले ने हमें निकाल दिया. वहां रहनेखाने को पैसा नहीं था.

हम स्टेशन पर निराश बैठे थे. वहां पर कुछ लोगों से बात हुई. बड़ी मुश्किल से रहने के लिए होटल मिला. वहां रहते हुए मैं छोटे काम कर के पैसा कमाने लगी. इस बीच फिल्म ‘जिद्दी’ की शूटिंग शुरू हो गई. तब पैसा मिला.

यह सब पापा को कब पता चला?

फिल्म ‘जिद्दी’ की शूटिंग के बाद पापा को सबकुछ बताया. तब से वे हमारा सहयोग करने लगे. फिर मुझे कई फिल्में मिलने लगीं. मैं फिल्मों के साथ डांस शो भी करने लगी

मेरी आने वाली फिल्मों में ‘नसीब’, ‘जान तोह पे लुटाइब’, ‘बनारसी बबुआ’, ‘इश्कवाले’ और ‘घूंघट में के बा’ खास हैं.

भोजपुरी फिल्में खुलेपन के लिए मशहूर हैं. आप पर किसी तरह के समझौते का दबाव तो नहीं पड़ा?

मैं पैसे के लिए नहीं अच्छे काम के लिए फिल्में करती हूं. अपनी पसंद की फिल्में करती हूं. इसी वजह से फिल्म ‘जिद्दी’ के बाद दूसरी फिल्मों के बीच समय भी लिया.

मेरा मानना है कि हम लोग जो दिखाएंगे, वही लोग देखेंगे. ज्यादा गंदा दिखाने से कामयाबी नहीं मिलती. थोड़ीबहुत तड़कभड़क तो ठीक है, पर फूहड़ता ठीक नहीं.

गुलाम रसूल बलियावी को अंडरवर्ल्ड की धमकी, ‘भाजपा और संघ के लोगों के संग उठना-बैठना बंद करो नहीं तो…’

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Desk: जदयू के विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी को अंडरवर्ल्ड की धमकी मिली है। छोटा शकील का भाई बनकर फोन करने वाले ने धमकी दी है। गुलाम रसूल बलियावी ने कोतवाली थाने में देर रात आवेदन देकर बताया कि धमकी देने वाले ने कहा कि भाजपा और संघ के लोगों के साथ उठना-बैठना बंद करो, नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो।

नवंबर महीने में 13 अलग-अलग नंबरों से धमकियां

नवंबर महीने में 13 अलग-अलग नंबरों से गुलाम रसूल बलियावी को धमकी दी जा चुकी है। उन नंबरों से गुलाम रसूल बलियावी को गालियां दी गई हैं। धर्म सूचक संबंधित अपशब्द कहे गए। इससे पहले भी 2018 में इनको धमकी मिल चुकी है, जिसकी FIR कोतवाली थाने में दर्ज कराई गई थी, लेकिन अभी तक उस मामले में पुलिस के हाथ खाली रहे।

साइबर सेल के जिम्मे तहकीकात

DSP लॉ एंड ऑर्डर राजकिशोर सिंह ने बताया कि कल शाम गुलाम रसूल बलियावी का लिखित आवेदन आया है। इस मामले को देखने के लिए साइबर सेल को लगाया गया है। जिस नंबर से फोन आ रहा है, उसकी पूरी कॉल डिटेल निकाली जाएगी।

मुस्लिम मंत्री के लिए संभावित नामों से एक

सूत्रों के मुताबिक गुलाम रसूल बलियावी के फोन पर लगातार धमकियां आने की वजह से कल रात जदयू नेता काफी परेशान हैं। बता दें कि नीतीश सरकार में एक मुस्लिम मंत्री बनाने की जो बात चल रही है, उसमें बलियावी का नाम भी संभावित में से है।

भारत बंद: 8 दिसंबर को पटना से जुड़ने वाले सभी NH होंगे बंद, सुबह 8 बजे से ही सड़क पर उतर जाएगा विपक्ष

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Desk: 8 दिसंबर को भारत बंद है। कृषि बिल के खिलाफ सभी लेफ्ट पार्टियों के साथ ही राजद और कांग्रेस के कार्यकर्ता भी सड़क पर उतरेंगे। ऐसे में इसका व्यापक असर देखने को मिल सकता है। बंद को सफल बनाने के लिए सबसे ज्यादा जोर सड़क और रेल मार्ग को अवरुद्ध करने को लेकर होगा। लेफ्ट पार्टियों के किसान संगठन और कांग्रेस के किसान संगठन ने पटना में बैठक कर बंद को प्रभावी बनाने की रणनीति तय की है।

किस रूट पर कौन-सी पार्टी संभालेगी मोर्चा

भाकपा माले पटना, भोजपुर, रोहतास, बक्सर, जहानाबाद, गया, अरवल, नालंदा, सीवान, गोपालगंज, पश्चिमी और पूर्व चंपारण, दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, जमुई, भागलपुर, पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा आदि शहरों में बंद को प्रभावी बनाने के लिए ग्रास रूट स्तर पर काम कर रहा है। पार्टी के विधायकों सहित संगठन से जुड़े अन्य नेताओं-कार्यकर्ताओं को भी एक्टिव कर दिया गया है।

राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव कहते हैं कि राजद का प्रभाव पूरे बिहार में है और इस लिहाज से बिहार के सभी जिलों में हमारे कार्यकर्ता एक्टिव रहेंगे। अनिवार्य सेवाओं को मुक्त रखा जाएगा। राजद के प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता ने अपने जिलाध्यक्षों को पत्र जारी कर कहा है कि राजद किसानों के संघर्ष के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा। राज्य से लेकर पंचायत स्तर तक के कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वे भारत बंद को सफल बनाने में सक्रिय और अग्रणी भूमिका निभाएं।

भाकपा माले के साथ ही राजद और कांग्रेस का भी समर्थन किसान संगठनों की ओर से बुलाए गए बंद को लेकर है। माले की रणनीति ही रहती है कि वह पहले NH को बंद करता है। इसलिए पटना से जुड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़कें तय रूप से प्रभावित होंगी। इसमें NH 30- पटना- बख्तियारपुर, NH 30 A- फतुहा से नालंदा के साथ ही पटना- गया और पटना-बख्तियारपुर स्टेट हाइवे के भी प्रभावित होने की आशंका है। माले के राज्य सचिव कुणाल कहते हैं कि जरूरी सेवाएं मुक्त रहेंगी।

NH बाधित होने से लंबी दूरी की यात्रा मुश्किल

NH को बाधित किए जाने के बाद लंबी दूरी की यात्रा करने वाली बसें नहीं चल पाएंगी। पटना से बिहार के विभिन्न जिलों के अलावा झारखंड, बंगाल, छत्तीसगढ़ आदि के लिए चलने वाली बसें भी प्रभावित हो सकती हैं। पटना में 120 लोकल बसें चलती हैं और लंबी दूरी के लिए 200 बसें यहां से खुलती हैं। भारत बंद के दौरान इनके परिचालन पर असर पड़ना तय है।

7, 8 और 11 दिसंबर को शादी का लग्न भी होगा प्रभावित

8 तारीख को भारत बंद है। इससे एक दिन पहले 7 तारीख को शादी का तेज लग्न है। भारत बंद के कारण 8 तारीख के दिन तो गाड़ियों की आवाजाही पर असर पड़ेगा ही, उसके एक दिन पहले जो बारात रवाना होगी, उसकी वापसी मुश्किल होगी। हालांकि बस चालकों ने बताया कि 7, 8 और 11 दिसंबर को शादी का तेज लग्न है, इसलिए इस दिन वे बसें चलाएंगे। अगर रास्ते में रोका गया तो देखा जाएगा। अभय सिंह बताते हैं कि बसें नहीं चलाने का कोई निर्देश सरकार की ओर से और ट्रांसपोर्ट फेडरेशन की ओर से नहीं है। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के अधिकारी बताते हैं कि सरकारी बसें 8 दिसंबर को भी चलेंगी।

रेल रूटों पर भी व्यापक असर की संभावना

8 तारीख के भारत बंद को सफल बनाने के लिए जगह-जगह रेल पटरियों पर बैनर लगाकर ट्रेनों का आवागमन ठप किया जा सकता है। पटना, भोजपुर, रोहतास, बक्सर, जहानाबाद, गया और बेगूसराय की तरफ रेल रूटों को अवरुद्ध किया जा सकता है। लंबी दूरी के अलावा पैसेंजर गाड़ियों को भी रोका जा सकता है। इससे यात्रियों को भारी फजीहत उठानी पड़ सकती है।

सुबह से ही बाजार बंद कराने की कोशिश, मॉल भी होंगे प्रभावित

भारत बंद को प्रभावी बनाने के लिए विपक्षी पार्टियां प्रखंड स्तर पर रणनीति बना रही हैं। हर जिले में सुबह से ही वे बाजार बंद कराने की कोशिश कराएंगे। राजधानी पटना में बंद का असर शॉपिंग मॉल पर व्यापक रूप से दिखेगा। चूंकि भारत बंद में लेफ्ट के साथ-साथ राजद भी पूरे दम-खम के साथ सड़क पर उतरेगा इसलिए जरूरी काम से ही लोग बाहर निकलेंगे। ऐसे में शॉपिंग मॉल पर इसका बड़ा असर देखने को मिल सकता है।

सुबह 8 बजे से ही झंडा-बैनर के साथ सड़क पर उतरेगा विपक्ष

जानकारी के अनुसार भारत बंद को सफल बनाने के लिए सुबह 8 बजे से ही गतिविधि शुरू हो जाएगी। विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ता झंडा-बैनर के साथ सड़कों पर दिखने शुरू हो जाएंगे। राजधानी पटना में बुद्धा स्मृति पार्क से अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर के साथ मुख्य मार्च निकाला जाएगा। यह मार्च दिन के 11 बजे निकाला जाएगा।

कहीं गांधी मैदान का गुस्सा न फूट पड़े

5 तारीख को राजद का गांधी मैदान में धरना का कार्यक्रम तय था। ऐन वक्त पर प्रशासन ने गांधी मैदान में धरने की अनुमति नहीं दी। तेजस्वी यादव जब गांधी मूर्ति के पास धरने को संबोधित किए तो बिना अनुमति अंदर घुसने और कोरोना नियम तोड़ने के आरोप में तेजस्वी समेत 18 प्रमुख नेताओं पर नामजद FIR दर्ज करा दी गई। आशंका है कि इस घटना के कारण 8 तारीख के भारत बंद में राजद का उग्र रूप दिख सकता है।

पुल से 20 फीट नीचे पानी में गिरी बस, आधा दर्जन पैसेंजर घायल

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Sitamarhi: इस वक़्त की बड़ी खबर सीतामढ़ी जिले से सामने आ रही है जहां एक पुल से यात्री बस नीचे गिर गई. एक्सीडेंट में करीब आधा दर्जन लोग घायल बताये जा रहे हैं. घटना के बाद इलाके में सनसनी मच गई है.

घटना सुरसंड थाना क्षेत्र के गोबराहिया पुल के पास की है. बताया जा रहा है कि सड़क से 20 फीट नीचे पानी में बस जा गिरी जिस वजह से आधार दर्जन यात्री बुरी तरह जख्मी हो गए.

स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. पुलिस भी मामले की जानकरी मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन में जुट गई है.

दीक्षा का रहस्य:- बाबा-भागलपुर

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भागलपुर, बिहार। दीक्षा एक परम पवित्र संस्कार है। दीक्षा संस्कार का विधान समस्त पापों की शुद्धि करने वाला है। दीक्षा के दौरान जिसके प्रभाव से साधक पूजा आदि में उत्तम अधिकार प्राप्त कर लेता है।

शास्त्रों में बताया गया है कि प्रत्येक व्यक्ति में आत्मशक्ति के रूप में पराशक्ति विद्यमान रहती है जो जन्म-जन्मान्तरों से सांसारिक माया-मोह, आणव, मायिक, कार्मिक मलों तथा पंच-कंचुकों से आवेष्ठित रहने के कारण निष्क्रिय तथा सुषुप्त अवस्था में रहती है। जब सद्गुरू द्वारा दीक्षा संस्कार सम्पन्न किया जाता है तो वह मायावी आवरण टूट जाता है तथा शिष्य को अन्तर्निहित दिव्य-शक्ति का आभास हो जाता है।

इस सम्बन्ध में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त ज्योतिष योग शोध केन्द्र, बिहार के संस्थापक दैवज्ञ पं. आर. के. चौधरी उर्फ बाबा-भागलपुर, भविष्यवेत्ता एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ ने सुगमतापूर्वक बतलाया कि:- दीक्षा का विषय अत्यन्त रहस्यमय, गोपनीय, परमगूढ़ तथा विस्तृत है।

सदगुरू से दीक्षा प्राप्त हो जाने पर शिष्य को दिव्य शक्ति का संचार होना प्रारम्भ हो जाता है। दीक्षा शब्द दो अक्षरों दी तथा क्षा से बना है। दी का तात्पर्य देना तथा क्षा का तात्पर्य क्षरण करना होता है। दीक्षा से ब्रह्मज्ञान प्राप्त होता है तथा समस्त पापों का क्षय होता है।

दीक्षा के कई प्रकार हैं लेकिन मुख्यतः ये तीन प्रकार के हैं।

  1. ब्रह्म दीक्षा:-  इसमें गुरु साधक को दिशा निर्देश व सहायता कर उसकी कुंडलिनी को प्रेरित कर जाग्रत करता है तथा ब्रह्म नाड़ी के माध्यम से परमशिव में आत्मसात करा देता है।
    इसी दीक्षा को ब्रह्म दीक्षा या ब्राह्मी दीक्षा कहते है।
  2. शक्ति दीक्षा:- सामर्थ्यवान गुरु साधक की भक्ति श्रद्धा व सेवा से प्रसन्न होकर अपनी भावना व संकल्प के द्वारा दृष्टि या स्पर्श से अपने ही समान कर देता है। इसे शक्ति दीक्षा, वर दीक्षा या कृपा दीक्षा भी कहते हैं।
  3. मंत्र दीक्षा:- गुरु के द्वारा जो मंत्र प्राप्त होता है उसे मंत्र दीक्षा कहते हैं।
    गुरु सर्वप्रथम साधक को मंत्र दीक्षा से ही दीक्षित करते हैं। इसके बाद शिष्य की ग्राह्न क्षमता, योग्यता श्रद्धा भक्ति आदि के निर्णय के बाद ही ब्रह्म दीक्षा व शक्ति दीक्षा से दीक्षित करते हैं।  
    दीक्षा संस्कार ग्रहण करने के पश्चात गुरु विधि से आरम्भ की हुई उपासना/साधना विशेष फलदायी होती है।

बिहार में पेट्रोल और डीजल के भाव चढ़े, इंडियन ऑयल की लिस्ट देखिए।

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पटना:– मुजफ्फरपुर में आज पेट्रोल 86.32 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, जबकि डीजल 79.04 रुपये प्रति लीटर में बिक रहा है.

गया में आज पेट्रोल 87.43 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, जबकि डीजल 80.01 रुपये प्रति लीटर में बिक रहा है. भागलपुर में आज पेट्रोल 87.09 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, जबकि डीजल 79.70 रुपये प्रति लीटर में बिक रहा है. पूर्णिया में आज पेट्रोल 86.98 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, जबकि डीजल का रेट 79.60 रुपये प्रति लीटर है.

किसान आंदोलन में सील हुई हरियाणा की सीमा तो नार्थ-ईस्ट से आने लगी बिहार में शराब

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Patna: किसान आंदोलन ने शराब तस्करों के कारोबार में नया कनेक्शन जोड़ दिया है। यह कनेक्शन नार्थ-ईस्ट का है, जो हरियाणा की सीमा सील होने से एक्टिव हो गया है। किसानों के आंदोलन के बाद शराब तस्करों के बदले इस नए ट्रेंड का खुलासा दैनिक भास्कर की पड़ताल में हुआ है। किसान आंदोलन के बाद से जितनी शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई है, कनेक्शन नया ही मिला है। 2020 में नवंबर माह तक लगभग 27 हजार लीटर विदेशी शराब पटना में पकड़ी गई, जो हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और बंगाल की थी। वहीं दिसंबर माह के पहले सप्ताह में लगभग 8 हजार लीटर शराब पकड़ी गई है जो अरुणाचल प्रदेश की है।

छापेमारी में सामने आया कनेक्शन

उत्पाद विभाग के मुताबिक 2020 में सिर्फ पटना में 2695 छापेमारी की गई है जिसमें 719 मुकदमा दर्ज करते हुए 257 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। दिसंबर माह में कुल 66 छापेमारी की गई है जिसमें 16 मुकदमा दर्ज किया गया है। उत्पाद विभाग के अधिकारियों का मानना है हाल के दिनों में जो भी शराब पकड़ी गई है वह नार्थ-ईस्ट की थी। जबकि अप्रैल में 89, मई में 184, जून में 190, जुलाई में 123, अगस्त में 293, सितंबर में 388, अक्टूबर में 910 और नवंबर में 452 छापेमारी की गई इसमें जो भी शराब पकड़ी गई थी नार्थ ईस्ट का कनेक्शन नहीं के बराबर था। नवंबर माह में यह कनेक्शन सामने आया है।

चुनाव खत्म होते सक्रिय हुए तस्कर

बिहार विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद शराब तस्करों की नई चाल का खुलासा हुआ। आए दिन शराब की बड़ी खेप की बरामदगी ही नहीं छापेमारी टीम पर हमले की घटना भी बढ़ गई। इस बीच अफसर सख्त हुए तो शराब तस्करों से पुलिस की गठजोड़ का राजफाश होने लगा। कई थानेदारों पर कार्रवाई भी की गई। इसके बाद भी शराब तस्करों की सक्रियता जारी है। लगातार एक ही ब्रांड और एक खास प्रदेश की शराब बरामदगी को लेकर जब पड़ताल की गई तो तस्करों का नार्थ-ईस्ट का नेटवर्क पता चला।

ऐसे जुड़ा शराब तस्करी का नया कनेक्शन

बिहार में शराब बंदी के बाद से अब तक सबसे अधिक खेप हरियाणा की आई है। पुलिस या उत्पाद विभाग ने जब भी बड़ी खेप पकड़ी है शराब हरियाणा की हाथ आई है। इसके अलावा यूपी और वेस्ट बंगाल की शराब बरामद होती है। पड़ताल के बाद पता चला कि इस बार शराब की हर बड़ी खेप नार्थ ईस्ट के अरुणाचल प्रदेश से आ रही है। एक सप्ताह में पूरे प्रदेश में 3 हजार कार्टून से अधिक शराब पकड़ी गई है, सभी अरुणाचल की है। पटना में शुक्रवार और शनिवार को दो ट्रक विदेशी शराब पकड़ा गया है। पूरी की पूरी खेप अरुणाचल प्रदेश से लाई जा रही थी।

सरकार की सख्ती से बनाया रूट

हरियाणा से शराब बिहार में खपाना तस्करों के लिए काफी आसान था। यह रूट पूरी से सेट था। हरियाणा से बिहार में सामान की खेप आती है और उसी में शराब को भी पार करा दिया जाता था। लांग रूट से आने वाली ट्रकों पर पुलिस या उत्पाद विभाग को शराब की आशंका नहीं होती है। यूपी और बंगाल बार्डर तो बदनाम हो गया है इस कारण से तस्कर हरियाणा के शराब को सुरक्षित मान रहे थे। इधर जब हरियाणा बार्डर बंद हुआ तो लांग रूट में तस्करों को अरुणाचलन प्रदेश ही मिला जहां से वह आसानी से शराब की बड़ी खेप ट्रकों से बिहार ला सकते थे। किसानों के आंदोलन से हरियाणा और पंजाब दोनों स्टेट संवेदनशील हैं, इस कारण से अरुणाचल का नया कनेक्शन तैयार हुआ है।

उत्पाद विभाग की जांच में भी हुआ खुलासा

पड़ताल के दौरान उत्पाद विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने शराब तस्करों के इस नए ट्रेंड के पीछे किसानों के आंदोलन से हरियाणा और पंजाब बार्डर के सील होने की बड़ी वजह बताई। उत्पाद विभाग के अधिकारियों ने भी इस बात पर सहमति जताई और बताया कि तस्कर हमेशा लांग रूट को ही सुरक्षित मानते हैं। पंजाब और हरियाणा बार्डर बंद होने की वजह से ही वह शराब अरुणाचल की ला रहे हैं। हालांकि विभाग का दावा है कि उसकी सख्ती से ही शराब की खेप पकड़ी भी जा रही है।

मंगल को भारत बंद, शुक्र को डॉक्टरों की हड़ताल, रखें अपना ध्यान

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Patna: अगर आप अगले हफ्ते सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य जांच कराना चाहते हैं तो प्लान बदल दीजिए। इस सप्ताह 4 दिन मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण नहीं हो पाएगा। कृषि बिल के खिलाफ 8 दिसंबर मंगलवार को भारत बंद है। कहीं-कोई गाड़ी नहीं चलेगी, इसलिए किसी अस्पताल में मरीज नहीं पहुंच पाएंगे। बुधवार, गुरुवार को कोई दिक्क्त नहीं है। 11 दिसंबर शुक्रवार को IMA के आह्वान पर देश भर के डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे। आयुर्वेद के चिकित्सकों को सर्जरी करने की अनुमति देने के खिलाफ वे हड़ताल कर रहे हैं। शनिवार को आधिकारिक तौर पर अस्पतालों में OPD तो चालू रहती है, लेकिन वीकेंड होने के कारण ज्यादातर विभागों में डॉक्टर नदारद रहते हैं। इसलिए शनिवार को भी डॉक्टर से परामर्श लेना मुश्किल है। अगले दिन रविवार को OPD बंद रहती है, इसलिए इस दिन भी आप डॉक्टर से नहीं देखवा पाएंगे।

इमर्जेंसी मरीजों का क्या होगा

IMA के आह्वान पर 11 दिसंबर को देश भर में होने वाली डॉक्टरों की हड़ताल में सिर्फ OPD को बंद रखने का फैसला लिया गया है। इमर्जेंसी को किसी भी तरह से बाधित नहीं होने दिया जाएगा। इमर्जेंसी के मरीज अस्पतालों में भर्ती किये जा सकेंगे। जो पहले से भर्ती हैं, उनके इलाज में भी कोई दिक्क्त नहीं आएगी।

कोरोना के मरीजों का क्या होगा

कोरोना की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से गंभीर है। ऐसे में कोरोना के मरीजों पर इस हड़ताल का कोई भी असर नहीं पड़ने जा रहा है। आम दिनों की तरह ही पूरी सक्रियता से कोरोना के मरीजों की जांच और इलाज की प्रक्रिया जारी रहेगी।

OPD के मरीजों के लिए क्या होगा विकल्प

इस हफ्ते 4 दिन अस्पतालों की OPD चार दिन बाधित रह सकती है, इसलिए बेहतर होगा कि 9 और 10 दिसंबर यानी बुधवार और गुरुवार को ही स्वास्थ्य जांच करवा लें। डायबिटीज और ब्लड प्रेशर के मरीज पहले ही दवा का शिड्यूल करा लें। कोई पैथेलॉजी जांच करानी है तो वह भी पहले ही करा लें।

क्यों हड़ताल के लिए मजबूर हुए हैं डॉक्टर

IMA बिहार के पूर्व अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद कुमार ने कहा है कि मिक्सोपैथी ऑफ एनएमसी यानि आयुर्वेद के डॉक्टरों को सर्जरी करने का अधिकार देना गलत है। सर्जरी के लिए MS की पढ़ाई जरूरी है और इसके बाद भी डॉक्टर गंभीर ऑपरेशन नहीं करता है। ऐसे में आयुर्वेद के डॉक्टरों को सर्जरी करने की छूट देकर समाज के लिए बड़ा खतरा पैदा किया जा रहा है। उन्होंने बिहार के डॉक्टरों से अपील की है कि वह इसका हर स्तर पर विरोध करें। उनका कहना है कि 8 दिसंबर को सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से विरोध होगा, जो 11 को व्यापक रूप लेगा। 8 दिसंबर को डॉक्टर अप्रॉन पहनेंगे और स्टेथोस्कोप टांग कर फोटो लेंगे और विरोध में सोशल मीडिया पर पोस्ट करेंगे। इसके साथ ही वह काम करते हुए दिन में 12 बजे से दोपहर 2 बजे तक ऐसा करेंगे।

सुबह 6 से शाम 6 बजे तक डॉक्टर नहीं करेंगे काम

IMA बिहार के पूर्व अध्यक्ष डॉ सच्चिदानंद प्रसाद का कहना है कि 11 दिसंबर को प्रदेश के सभी डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे। मेडिकल सेवा को शट्डाउन कर दिया जाएगा। इस दिन सिर्फ कोरोना की जांच करने के साथ कोरोना के मरीजों का इलाज होगा। इसके अलावा इमरजेंसी सेवा को चलने दिया जाएगा, बाकी सभी मेडिकल सेवाओं को ठप रखा जाएगा। सुबह 6 से शाम को 6 बजे तक डॉक्टर पूरी तरह से हड़ताल पर रहेंगे।

अपने पुराने साथियों से गिले-शिकवे भुलाकर संपर्क साधने में लगे हैं नीतीश कुमार

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Patna: मुसीबत में पुराने साथी ही काम आते हैं, शायद यह बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को समझ आ गई है। तभी तो बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में उम्मीद से काफी कम सीट आने के बाद अपने पुराने साथियों को समेटने में लगे हैं। नीतीश कुमार पुराने गिले-शिकवे मिटाकर एक बार फिर से अपने आप को मजबूत और काफी ताकतवर करना चाहते हैं। 2005 में जिन नेताओं के बल पर नीतीश कुमार ने बिहार के सत्ता पर कब्जा जमाया था, अब उन्हें यह अहसास हो रहा है कि पुराने साथी ही उनके लिए कुछ बेहतर कर सकते हैं। तभी तो उपेंद्र कुशवाहा की विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद भी उन्हें अपने आवास पर बुलाकर घंटों बात की और खबर यह आने लगी कि उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLSP का जदयू में विलय हो जाएगा।

कुशवाहा+नीतीश=8.5 फीसदी वोट

उपेंद्र कुशवाहा को लेकर नीतीश कुमार जानते हैं कि दोनों मिल जाएंगे तो काफी मजबूत हो जाएगें। वहीं, बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने लव-कुश समीकरण के सहारे खुद को सत्ता के करीब रखा है। लेकिन इस समीकरण में लव को जबरदस्त फायदा मिला तो कुश में नाराजगी दिखी। बिहार में कुर्मी समाज की आबादी करीब 4 फीसदी के करीब है। इसमें अवधिया, समसवार, जसवार जैसी कई उपजतियां हैं। नीतीश कुमार अवधिया हैं, जो संख्या में सबसे कम है, लेकिन नीतीश काल में सबसे ज्यादा फायदा पाने वाली जाति है। कुशवाहा बिरादरी का 4.5 फीसदी वोट है। ऐसे में दोनों मिल जाते हैं तो नीतीश कुमार और खासकर जदयू को इसका फायदा मिलेगा। तकरीबन 8.5 फीसदी वोट दोनों जातियों को मिलाकर है। ऐसे में नीतीश कुमार अभी से अपने को मजबूत करने लगे है।

परवान चढ़ेगी नीतीश-नरेंद्र की दोस्ती

नीतीश कुमार ने अपने सबसे पुराने दोस्त और संपूर्ण क्रांति के साथी नरेंद्र सिंह से भी संपर्क किया है। हालचाल पूछने के बहाने नीतीश कुमार ने नरेंद्र सिंह से फोन पर काफी देर तक बात की है। नरेंद्र सिंह ने मीडिया से फोन पर बताया कि नीतीश कुमार ने उनसे फोन पर बात की। हालचाल पूछा और काफी देर तक इधर-उधर की बातें होती रहीं। उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार ने उनके पटना आने की भी बात पूछी तो उन्होंने बताया कि दो-चार दिन में वे पटना आएंगे। फिर पटना आने पर मिलने की बात कहकर बात खत्म हुई। नरेंद्र सिंह के पुत्र सुमित कुमार सिंह चकाई से निर्दलिय विधायक हैं, जिन्होंने NDA सरकार का समर्थन किया है। ऐसे में सुमित सिंह का बिहार सरकार में मंत्री बनना तय माना जा रहा है। इस बहाने भी नीतीश-नरेंद्र की दोस्ती परवान चढ़ेगी।

नागमणि, वृषिण पटेल सहित कई पुराने नेताओं से भी मुलाकात मुमकिन

नीतीश कुमार की फेहरिस्त में नागमणि, वृषिण पटेल सहित कई पुराने नेता हैं, जिनको सीएम संपर्क कर अपने पाले में ला सकते हैं। इससे पहले नीतीश कुमार ने अपने पुराने साथी जीतनराम मांझी को विधानसभा चुनाव से पहले अपने साथ ले लिया। यहां तक कि जीतनराम मांझी के पुत्र संतोष सुमन को अपनी सरकार में मंत्री भी बना दिया। नई बनी सरकार में नीतीश कुमार काफी कमजोर हैं। बहुमत NDA को मिली है, जदयू को महज 43 सीटें ही मिली हैं। ऐसे में नीतीश कुमार अपने आप को सरकार रहते ही इतना मजबूत कर लेना चाहते है कि भाजपा के सामने उन्हें मजबूर ना होना पड़े।

T-20 सीरीज में इंडिया की शानदार जीत, भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराया

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Desk: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई भारतीय टीम ने T-20 सीरीज में शानदार जीत हासिल की है. सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए दूसरे टी-20 मैच में भारतीय टीम ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हरा दिया. इसी जीत के साथ टीम इंडिया ने T-20 सीरीज पर 2-0 से कब्जा जमा लिया.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की सीरीज का दूसरा टी-20 मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेला गया. इस मैच में भारत के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 195 रनों का टारगेट दिया. इस विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने 2 गेंदे शेष रहते ही इस मैच को 6 विकेट से जीत लिया.

ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान मैथ्यू वेड (58) और स्टीव स्मिथ (46) की पारियों के दम पर 194 रन बनाए. टीम इंडिया की तरफ से टी नटराजन ने अपने 4 ओवर में सिर्फ 20 रन देकर 2 विकेट झटके. 195 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और केएल राहुल ने तूफानी शुरुआत दिलाई. दोनों ने पहले 5 ओवर में 56 रन जोड़े. हालांकि, अगले ही ओवर में केएल राहुल 22 गेंदों में 30 रन बनाकर एंड्रयू टाय की गेंद पर स्वेप्सन के हाथों कैच आउट हुए. धवन ने अच्छी पारी खेली और वो 52 रन बनाकर आउट हुए. संजू सैमसन इस मैच में भी फेल रहे और 15 रन बनाकर कैच आउट हो गए. टीम के कप्तान विराट कोहली ने 40 रन की पारी खेली और डेनियल शम्स की गेंद पर 40 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद हार्दिक पांड्या ने नाबाद 42 रन और श्रेयस अय्यर ने नाबाद 12 रन की पारी खेलकर टीम को जीत दिला दी.

भारत ने इस मैच में 3 बदलाव टीम में किए थे. रवींद्र जडेजा की जगह युजवेंद्र चहल को मौका दिया गया, जबकि मोहम्मद शमी को आराम देकर उनकी जगह शार्दुल ठाकुर टीम में आए. वहीं, मनीष पांडे के स्थान पर श्रेयस अय्यर को मौका मिला.