Patna: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन (Kisan Aandolan) कर रहे किसानों के समर्थन में बिहार के विपक्षी दल भी आंदोलन कर रहे हैं. इसी क्रम में RJD नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बीते दिनों महागठबंधन के सभी दलों के नेताओं के साथ पटना के गांधी मैदान में प्रदर्शन किया. लेकिन राज्य सरकार ने COVID-19 को लेकर लागू दिशा-निर्देशों के तहत प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी. साथ ही विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज की गई, जिसके बाद बिहार की राजनीति गर्मा गई है.

पटना में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद विरोधी दल के नेताओं पर एफआईआर को लेकर तेजस्वी यादव ने सरकार (Nitish Government) को चुनौती दी है. तेजस्वी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘डरपोक और बंधक मुख्यमंत्री की अगुवाई में चल रही बिहार की कायर और निक्कमी सरकार ने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के जुर्म में हम पर FIR दर्ज की है. दम है तो गिरफ़्तार करो,अगर नहीं करोगे तो इंतज़ार बाद स्वयं गिरफ़्तारी दूंगा. किसानों के लिए FIR क्या अगर फांसी भी देना है तो दे दीजिए.’

दरअसल, पटना में शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की अगुवाई में धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया था. आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गांधी मैदान में किसान आंदोलन के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया था. इस मामले में बिना अनुमति गांधी मैदान में घुसकर भीड़ को संबोधित करने और कोविड नियम तोड़ने के आरोप में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता मदन मोहन झा समेत 18 प्रमुख नेताओं के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कराई गई है. आईपीसी की धारा 188, 145, 269, 279 और 3 एपेडेमिक डिजीज एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है.

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