Patna: किसान आंदोलन के समर्थन के लिए तेजश्वी यादव (Tejaswi Yadav) के पटना के गांधी मैदान (Patna Gandhi Maidan) में होने वाले धरने पर रोक लगा दी गई है. प्रशासन द्वारा साफ तौर पर कह दिया गया है कि गांधी मैदान धरनास्थल नहीं है इसलिए यह कार्रवाई की गई है. हालांकि रोक के बावजूद बाहर ही चार नंबर गेट पर राजद, कांग्रेस व वाम दलों के कई नेता धरने पर बैठ गए हैं. इस बीच तेजस्वी यादव ने भी वहां जाने का ऐलान कर करते हुए सीधे सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को चुनौती दे दी है और कहा हैकि रोक सको तो रोक लीजिए.
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखते हुए लिखा, गोडसे को पूजने वाले लोग पटना पधारे हैं. उनके स्वागत में अनुकंपाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में गांधी मूर्ति को कैद कर लिया ताकि गांधी को मानने वाले लोग किसानों के समर्थन में गांधीजी के समक्ष संकल्प ना ले सकें. नीतीश जी वहां पहुंच रहा हूं, रोक सको तो रोक लीजिए.
बता दें कि जिला प्रशासन के रोक के बावजूद महागठबंधन में शामिल राजद, कांग्रेस व वाम दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं की गांधी मैदान के पास भीड़ जमा हो गई है. जिला प्रशासन के लोग भी मौके पर मौजूद हैं और नेताओं को आगाह कर रहे हैं कि यह धरनास्थल नहीं है और पूर्व अनुमति नहीं ली गई है. इसलिए धरने को खत्म करें, लेकिन नेता हटने को तैयार नहीं हैं.
बता दें कि कृषि बिल वापस लेने के मुद्दे को लेकर किसान आंदोलन के समर्थन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आज गांधी मैदान के अंदर महागठबंधन द्वारा धरना प्रस्तावित है. लेकिन, गांधी मैदान को पूरी तरीके से सील कर दिया गया है और वहां पर पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है. गांधी मैदान के अंदर किसी को भी जाने की इजाजत नहीं है. जो मॉर्निंग वॉकर आज पहुंचे थे उन्हें भी आप गांधी मैदान से बाहर निकाल दिया गया था.
बता दें कि तेजस्वी ने शुक्रवार को महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना देने को लेकर तर्क दिया था कि यह गांधी जी से विचारों से जुड़ा मसला है. उन्होंने कहा था कि गांधी जी को महात्मा चम्पारण की धरती ने बनाया. नील की खेती वाली और अंग्रेज वाली ही स्थिति है. हर किसी को मजदूर बनाकर छोड़ा जाएगा.