Patna: बिहार में ठंड के साथ कोहरे (Fog) की दोहरी मार ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. राजधानी पटना (Patna) में कोहरे से निजात नहीं मिली है. इसका सीधा असर यातायात पर पड़ रहा है. विजिबिलिटी दिन में भी 150 मीटर तक रहने के कारण वाहन चालक चालक लाइट जलाकर गाड़ी ड्राइव करने को मजबूर हैं. ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा लेते दिख रहे हैं. मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ की वजह से अगले दो दिनों तक ठंड और कोहरे से निजात मिलने वाली नहीं है. वहीं, 17 दिसंबर से कड़ाके की ठंड पड़ने के आसार हैं.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, पर्वतीय इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ का असर 15 व 16 दिसंबर को बिहार के मौसम पर पड़ सकता है. इन विक्षोभों के बिहार में प्रवेश करने पर कुछ जगहों पर आंशिक बारिश हो सकती है. इसके 24 घंटे बाद ठंड बढ़ने का अनुमान है. अगर इन विक्षोभों का व्यापक असर दिखा तो 17 से कड़ाके की ठंड पड़ सकती है.
हालांकि, कई शहरों में तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. भागलपुर और पूर्णिया में तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. भागलपुर में लगातार पारा गिरने से ठंड में बढ़ोतरी देखी जा रही है. नगर निगम क्षेत्र में अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है.
गरीब लोग ठंड से बचने के लिए आसपास से लकड़ी चुनकर आग जलाकर ठंड से राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं. ठंड से ज्यादा परेशानी बुजुर्ग और बच्चों को हो रही है. सड़क किनारे लोग लकड़ी जमा कर आग जला कर शरीर में गर्माहट ला रहे हैं.
वहीं गुरुवार को पटना का अधिकतम तापमान सुधरा और 21.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. न्यूनतम तापमान अब भी सामान्य से चार डिग्री ऊपर 15 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है. गया में 13.6 जबकि मौसमविद अब अध्ययन में लगे हैं कि आखिर तमाम संतुलित परिस्थतियों के बाद भी न्यूनतम तापमान क्यों नहीं नीचे आ रहा. गौरतलब है कि न्यूनतम पारे से ही ठंड की स्थिति का पता चलता है.