अनूप नारायण सिंह की कलम से बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष Mritunjay Kumar Singh की संघर्ष गाथा

Mritunjay Kumar Singh
  • कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी -मृत्युंजय कुमार सिंह (अध्यक्ष बिहार पुलिस एसोसिएशन)
  • सत्य बोलो स्पष्ट बोलो को जीवन का ध्येय बना चुके हैं:- Mritunjay Kumar Singh

Mritunjay Kumar Singh का जन्म आरा के खरनी कला गांव में एक किसान परिवार में हुआ उनके पिता श्री रामाधार सिंह जी है उनकी माता स्वर्गीय विंध्यवासिनी देवी थी जिनका स्वर्गवास इन के बचपन में ही हो गया था इनकी शिक्षा दीक्षा आरा में ही हुई. उन्होंने जैन कॉलेज आरा से इतिहास में एम.ए किया तत्पश्चात 1994 में पुलिस की नौकरी में आए.

Mritunjay Kumar Singh 1995 में श्रीमती आभा रानी के साथ परिणय सूत्र में बंधे।

Mritunjay Kumar Singh
Mritunjay Kumar Singh

कहते हैं कि हर सफल व्यक्ति के पीछे किसी स्त्री का हाथ होता है. विवाह के बाद दोनों एक दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलते रहे और नित्य नई ऊंचाइयों को छूते रहें, Mritunjay Kumar Singh की पहली पोस्टिंग बिहार के नवादा जिले में हुई जहां इन्होंने तन मन से जनसेवा की और निरंतर आगे बढ़ते हुए समाज को अपने साथ लेकर चलते रहे.

नौकरी के दौरान पुलिस वालों को होने वाले कष्टों को देखकर इन का मन दुखी हो जाता था इतनी कठोर मेहनत के बाद भी ना कोई सुविधा नहीं खाना पीना हराम बस काम ही काम जब सब लोग अपने परिवार वालों के साथ होली दीवाली दशहरा मनाते है. तब पुलिस वाले समाज सेवा में लगे रहते है इन सबके बावजूद इन को सुनने वाला कोई नहीं होता था।

तभी एक दिन उनके मन में आया कि क्या इन लोगों की आवाज बनें और अपने सपनों को उन्होंने 2011 में बिहार पुलिस एसोसिएशन के इलेक्शन को जीतकर अमली जामा पहनाया अपने कुशल नेतृत्व में पुलिस वालों के साथ ही साथ आम जनता का भी मन जीत लिया दूसरी बार 10 जून 2015 को बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर भारी मतों से विजयी हुए. पुलिस कर्मियों की कई लाभकारी उद्देश्यों के प्रति भी उन्होंने सफलता हासिल की .

इनके प्रयास से 13 माह का वेतन बिहार पुलिस एसोसिएशन के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है. वे कहते है कि बिहार पुलिस काम के बोझ से दबी हुई हैं हर जगह पुलिस वाले को जेम्स बांड बनाकर भेज दिया जाता है जबकि यह समस्या से ग्रस्त हैं ऐसे में आम समस्या का समाधान हो तो कौन करेगा या कोई नहीं देखता आज बिहार के कई चर्चित कांडों की जांच उद्भेदन अच्छे से पुलिस ने की है और वर्तमान में कर रहे है.

आम जनमानस को आज भी पुलिसकर्मियों पर काफी भरोसा है कई बड़े कुख्यात अपराधी आज जेल की सलाखों के अंदर है.कई को सजा भी हो चुकी है देश के सबसे अच्छी पुलिस बिहार की है आज बिहार में सुशासन की बात होती है बेहतर राज की बात होती है.

यह सब बेहतर पुलिसिंग के कारण ही. बिहार पुलिस तूफान हो धूप हो या कराके की ठंड हो । विषम परिस्थिति में रहते हैं बिहार पुलिस के जवान बलिदान की पीछे नहीं हटते हमें गर्व है बिहार पुलिस पर यह कहना है बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष Mritunjay Kumar Singh का श्री सिंह कहते हैं कि हमें गर्व है कि हम बिहार पुलिस के एक सच्चे सिपाही और जनता के सच्चे सेवक हैं

आज पुलिस कर्मीयों के अपने परिवारिक समस्या है इनके बच्चों की पढ़ाई हो या बुढ़े मां बाप की सेवा हो रिश्तेदार मित्रों या परिवारिक शादी में शामिल नहीं हो पाते अपने बच्चे के शादी के लिए भी छुट्टी के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है

जिससे पुलिसकर्मी मानसिक तनाव में आ जाते हैं पुलिस भी आम आदमी की तरह मनुष्य है और इसी समाज से आते हैं मूलभूत सुविधाओ जैसे रोटी कपड़ा और मकान पुलिसकर्मियों के पास अभाव में पुलिस की समस्याओं के समाधान के लिए काफी प्रयास की गई तथा समाधान हुआ है इसके लिए सरकार प्रयासरत है.

पुलिस कर्मियों में भी काफी बदलाव की जरूरत है आम जनता की बातों को अच्छे से सुने और उनका समाधान करें। राजनेता का परिवार को व आम जनता को एक नजर से देखें और उसका कार्य करें जिससे आम जनता का भरोसा बढ़ेगा.

भारतीय संस्कृति के प्रबल समर्थक मृत्युंजय कुमार सिंह पांच भाइयों के भरे पूरे परिवार में सबसे दुलरुआ थे वह कहते हैं कि बचपन में मां को खो देने का दर्द ने उनके जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी सामाजिक दायित्वों के लिए सदैव तत्पर रहने वाले मृत्युंजय अपने पांच भाइयों में दूसरे नंबर पर हैं.

वह कहते हैं कि मैंने कभी भी भीड़ का हिस्सा बनने की चाहत नहीं रखी सकारात्मक सोच के साथ एक अलग पहचान बनाई क्षत्रिय को वह जाति नही एक संस्कार मानते हैं उनका कहना है कि क्षत्रिय संस्कार है विचार है धर्म है कर्म है व कर्तव्य है.

जन्म और कर्म से क्षत्रिय है मृत्युंजय .खाली समय में किताब पढ़ने के शौकीन है. चिंतन पठन पाठन सामाजिक कार्यों में इन्हे सुकून मिलता है छात्र जीवन से ही यह देश विदेश की नीति सामाजिक बदलाव के प्रति जागरुक रहे है.

वे कहते है पुलिस से समाज को ढेर सारी अपेक्षाएं है उसी प्रकार पुलिस को भी समाज से अपेक्षा रहती है अगर आम आदमी ससमय सूचना सत्य निष्ठा के साथ पुलिस को उपलब्ध कराएं तो किसी भी घटना का उद्भेदन यथाशीघ्र किया जा सकता है .

पटना में प्रतिवर्ष उनके द्वारा मनाए जाने वाले महाराणा प्रताप जयंती में सभी जाति के कर्मठ लोगों को सम्मानित किया जाता है यह एक परंपरा को जीवित रखने का प्रयास है. जिसमें जाति-पाति धर्म संप्रदाय से ऊपर उठकर समतामूलक समाज की स्थापना करने की ललक हैं.

Mritunjay Kumar Singh कहना है व्यक्ति गलत हो सकता है पर कोई जाति या समाज गलत नहीं हो सकता वर्ष 2007 से 2010 तक मृत्युंजय कुमार सिंह एस टी एफ मे रहे इस दौरान कई बड़े नक्सलियों के खिलाफ अभियान में भाग लिया रिकॉर्ड 14 एनकाउंटर इन के खाते में दर्ज है.वर्ष 1995 में इन्होंने आदर्श विवाह कर समाज को एक बेहतर संदेश दिया था .

नीतीश कुमार के दहेज विरोधी और शराबबंदी अभियान के बहुत पहले ही लगभग 6 वर्ष पहले इन्होंने विद्यापति भवन में आयोजित महाराणा प्रताप जयंती में ही अपने समाज के लोगों से यह संकल्प दिलवाया था कि दहेज समाज के लिए कैंसर हम किसी व्यक्ति के साथ अगर संबंध जोड़ते हैं तो दहेज एक ऐसा रोग है जिस से उस संबंधी व्यक्ति की कमर टूट जाती है.

शिक्षा के महत्व पर उनका कहना है कि ज्ञान शाश्वत है. क्षत्रिय महासभा बिहार के मुख्य संरक्षक और राष्ट्रीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय कमेटी के सदस्य मृत्युंजय कुमार सिंह को इस बार राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है .

आज के परिपेक्ष में उनका कहना है कि साधन के प्रयास से पुलिस का स्वरूप बदला है पहले से सुविधाएं बेहतर हुई है इन्हे बिहारी होने का गर्व है वह कहते हैं कि देश के इतिहास से बिहार के इतिहास को अलग नहीं किया जा सकता ऋषि मुनियों मनीषियों विद्वानों भगवान महावीर गौतम बुद्ध आर्यभट्ट चाणक्य जनक नंदिनी सीता गुरु गोविंद सिंह डॉ राजेंद्र प्रसाद रामधारी सिंह दिनकर बाबू वीर कुंवर सिंह जैसे इतिहास पुरुषों की जननी रही है.

बिहार की धरती देश में कई क्रांतियों का सूत्रपात बिहार के इस पवित्र धरती से हुआ है आज पूरे देश ही नहीं विदेशों में भी बिहारी प्रतिभा का डंका बज रहा है.पटना मे अपने अथक प्रयास से इन्होने क्षत्रिय भवन की स्थापना करवायी है.

बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष Mritunjay Kumar Singh की कलम से

दरभंगा एयरपोर्ट [Darbhanga Airport Bihar]

Darbhanga Airport Bihar

Darbhanga Airport: अगर आप बिहार और फिर दरभंगा से है, और आप दरभंगा एयरपोर्ट के बारे में जानना चाहते है तो, ये ब्लॉग पूरा पढ़िए। क्योकि आज इस ब्लॉग में हम दरभंगा एयरपोर्ट से सम्बंधित सारे प्रश्नो के उत्तर देंगे। दरभंगा के अन्य खबरों के लिए दरभंगा न्यूज़ पे जाएं।

Airports in Bihar

विकिपीडिया के अनुसार बिहार में टोटल चौदह एयरपोर्ट है. जिसमे से तीन एयरपोर्ट ऐसे है जो आम लोगो के लिए ओपन है. जिनके नाम निचे दिया गया है.

  • जय प्रकाश नारायण हवाई अड्डा, पटना
  • गया एयरपोर्ट, गया
  • बिद्यापति एयरपोर्ट, दरभंगा

आज हम बात दरभंगा एयरपोर्ट की करेंगे, दरभंगा एयरपोर्ट का पूरा नाम बिद्यापति एयरपोर्ट (संभावित) दरभंगा है. जो की काफी दिनों से विवादों के बाद, 8th फिर से आम लोगो के लिए खोल दिया गया है. और हवाई सेवा स्टार्ट कर दिया गया है.

Darbhanga Airport Bihar

Darbhanga Airport Bihar
Darbhanga Airport Bihar
दरभागा एयरपोर्ट की कुछ तस्बीरें निचे दी गई है

अभी तजा जानकारी से अनुसार दरभंगा से सिर्फ तीन शहरों के लिए ही हवाई सुबिधा उपलब्ध है. जिनका नाम निचे दिया गया है:-

दरभंगादिल्ली1 H : 50 M
दरभंगामुंबई2 H : 45 M
दरभंगाबैंगलोर2 H : 50 M
latest flights from darbhanga

दरभंगा एयरपोर्ट से सम्बंधित खबरें:-

  1. दरभंगा एयरपोर्ट पर उतरी पहली फ्लाइट, आज से सेवा शुरू 08/11/2020
  2. दरभंगा एयरपोर्ट पर मखाना के व्यंजन उपलब्ध कराने की बनी योजना 02/12/2020

दरभंगा एयरपोर्ट का पूरा नाम

विद्यापति एयरपोर्ट दरभंगा

दरभंगा एयरपोर्ट कोड

DBR

दरभंगा एयरपोर्ट पूरा पता

Aerodrome Darbhanga, Ranipur, Bihatwara, Bihar 846007

दरभंगा एयरपोर्ट रनवे की लम्बाई क्या है?

2843m, 9328ft

Bihar Voter List 2021: बिहार मतदाता सूची, Voter Slip Download

Bihar Voter List 2021: बिहार में मतदाता सूचि को ऑनलाइन कर दिया गया है, अगर आप बिहार से है और आने वाले किसी भी Election में आप वोट देना चाहते है तो ऐसे में जरुरी है की आपका नाम वोटर लिस्ट में हो.

लोगों को अपना नाम देखने में परेशानी न हो, इसके लिए सरकार ने वोटर लिस्ट को ऑनलाइन कर दिया है, आज इस पोस्ट में हम बात करेंगे की कैसे आप अपना नाम वोटर लिस्ट में देख सकते है. इस लिए ये पोस्ट ध्यान से पूरा पढ़े:-

Bihar Voter List में अपना नाम देखने के लिए सबसे पहले आपको State Election Commission, Bihar की वेबसाइट पे जाना होगा। जैसा की निचे फोटोग्राफ में दिख रहा है.

Bihar Voter List 2021 | मतदाता सूचि

Screen Shot 2021 01 25 at 8.27.18 AM

अब आप अपना जिला, ब्लॉक, पंचायत, वार्ड सही – सही चुने और डोनलोड पे क्लिक कर दे. अब आपके वार्ड के लोगों का वोटर लिस्ट निकल जायेगा, जिसमे आसानी से आप अपना देख सकते है.

उम्मीद है की ये आर्टिकल आपको Bihar Voter List 2021 को देखने में मदद किया होगा

दुनिया का सबसे सस्ता Reliance Jio Phone Next स्मार्टफोन, दमदार फीचर्स का वादा, 10 सितंबर से बिक्री

रिलायंस इंडस्ट्रीज की 44वीं एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) को कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कई बड़े ऐलान किए. जियो दुनिया की सबसे सस्ती 4जी सर्विस देने वाली कंपनी है. कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी के मुताबिक रिलायंस जियो भारत में 5जी सर्विस देने के लिए तैयार है.

कंपनी ने मुंबई में 5जी की ट्रायल स्पीड 1जीबीपीएस हासिल की है. जियो दुनिया का सबसे बड़ा डेटा कैरियर बन चुका है. अभी जियो प्लेटफॉर्म पर 20 करोड़ यूजर्स को फौरन जोड़ सकते हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने सालाना आम मीटिंग में जियो फोन नेक्स्ट (Jio Phone NEXT) का ऐलान भी किया. यहां देखिए खास खूबियां.

Bihar Language: बिहार के ये पांच भाषाओं के बारे में आपको जरूर जानना चाहिए।

Bihar Language: बिहार के ये पांच भाषाओं के बारे में आपको जरूर जानना चाहिए।

बिहार की भाषायें (Bihar Language): किसी भी स्थान की भाषा उस स्थान की संपत्ति में से है। बिहार एक समृद्ध भाषाई विरासत के लिए भाग्यशाली है जिसमें एक नहीं बल्कि 5 मुख्य भाषाएँ शामिल हैं। इन सभी भाषाओं का एक बड़ा इतिहास और गौरव है। हमें जानना चाहिए कि इन भाषाओं को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए ये कितने महत्वपूर्ण हैं, जिनकी जड़ें प्राचीन काल में हैं।

यह हमारी महान विरासत को बढ़ावा देने के लिए दिव्य बिहार का मिशन रहा है। यह करने के लिए कि हम आपकी भाषाओं के बारे में कुछ जानकारी लाएँ। यदि आप पहले से ही यह नहीं जानते हैं तो आपको अपनी मातृभाषा सीखने के लिए प्रेरित करें। नीचे टिप्पणी करें, आपकी मातृभाषा क्या है और आप इसके बारे में क्या जानते हैं। इन तथ्यों से अवगत कराने के लिए इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें।

बिहार की भाषा (Bihar Language)

Bihar Language

वैसे तो बिहार को भोजपुरी भाषा के लिए जाना जाता है, लेकिन बिहार में मुख्यत: पांच भाषाएँ है. अंगिका, बज्जिका, भोजपुरी, मगही, मैथली। जिसमें सबसे ज्यादा भोजपुरी भाषा बोलै जाता है. इस पोस्ट हम आपको ऊपर दी हुए पांचों भाषाओं की जानकरी देंगे।

इसे भी पढ़ें: बिहार के मुख्यमंत्रियों की सूची

Bihar Language: अंगिका (ANGIKA)

पहले अंगिका को अंग लिपि में लिखा जाता था, लेकिन आज वर्तमान में इसे देवनागरी लिपि में लिखा जाता है. अंगिका भाषा को बोलने वालों की संख्या लगभग 30 मिलियन है. अंगिका मुख्यत: बिहार के अररिया, कटिहार, पूर्णिया, किसनगंज, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, लखीसराय, बेगुसराय, सेखपुरा, खगरिया इत्यादि जिलों में बोला जाता है.

अंगिका के बारे में ऐसा बोला जाता है की ये विश्व सबसे पुरानी भाषाओं में से एक है. अंगिका बिहार के अलावां दूसरे देश जैसे की कंबोडिया, वियतनाम और मलेसिया में बोला जाता है.

Bihar Language: बज्जिका (BAJJIKA)

पहले बज्जिका को कैथी लिपि में लिखा जाता था, लेकिन आज वर्तमान में इसे देवनागरी लिपि में लिखा जाता है. बज्जिका भाषा को बोलने वालों की संख्या लगभग 11.5 मिलियन है. अंगिका मुख्यत: बिहार के वैशाली, मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, मधुबनी इत्यादि जिलों में बोला जाता है.

Bihar Language: भोजपुरी (BHOJPURI)

ये भाषा बिहार के सारण, सिवान, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, कैमूर, भोजपुर, रोहतास, बक्सर इत्यादि जिलों में बोलै जाता है.

Bihar Language: मगही (MAGAHI)

मगही का इतिहास पहले कैथी स्क्रिप्ट में मिलता है. लेकिन ये देवनागरी में लिखा जाता है. मगही को लगभग 18 मिलियन लोग बोलते है. मगही को पटना, गया, नवादा, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, लखीसराय, शेखपुरा इत्यादि जिलों में बोलै जाता है.

Bihar Language: मैथिलि (MAITHILI)

मैथिलि का वास्तविक स्क्रिप्ट मिथिलाक्षर और तत्रिहुटा है, जो की अब देवनागरी में काफी लोकप्रिय है. मैथिली को लगभग 50 मिलियन लोग बोलते है. मैथली बिहार के दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, बेगूसराय, अररिया, सुपौल, वैशाली और सहरसा जिलें में बोला जाता है.

कृषि बिल पर डैमेज कंट्रोल में लगी BJP, केंद्रीय मंत्री से लेकर MP तक को मिला किसान चौपाल का टारगेट

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Patna: कृषि बिल को लेकर पूरे देश में लगातार विरोध प्रदर्शन का दौर बढ़ता ही जा रहा है. इसे देखते हुए अब बीजेपी (BJP) ने डैमेज कंट्रोल पर काम शुरू कर दिया है. पार्टी आज से बिल (Farm Bill) के समर्थन में हर जिले में किसान सम्मेलन कर रही है जिसके ज़रिये किसानों को कृषि बिल के फ़ायदे बताएगी, साथ हीं विपक्ष के द्वारा जो भ्रम फैलाया जा रहा है उसकी जानकारी भी बीजेपी के नेता किसानों को देगी.

आज से शुरू होगा अभियान

भाजपा आज से बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्र में किसान पंचायत का आयोजन करने जा रही है. किसान चौपाल की शुरुआत आज पटना के बख़्तियारपुर से केंद्रीय विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद और प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल करेंगे, वहीं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय मोहिउद्दीनगर, नरपतगंज, रानीगंज व बिहपुर में आयोजित किसान सम्मेलन में शामिल होंगे.

प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि सरकार चाहती है कि बिहार में भी कांट्रैक्ट फॉर्मिंग हो. पंजाब में जब यह हो सकता है तो बिहार में क्यों नहीं. इस कानून पर दुष्प्रचार किया जा रहा है. सम्मेलनों में जनता को बताया जाएगा कि किसान बिल उनके पक्ष में है न कि इससे उनका नुकसान होने वाला है. विरोध करने वाले महज राजनीतिक लाभ के लिए आंदोलन को हवा दे रहे हैं.

कौन-कौन से नेता कितने किसान चौपाल करेंगे

केंद्र मंत्री रविशंकर प्रसाद 6, नित्यानंद राय 6, गिरिराज सिंह 5, आरके सिं 5, अश्विनी कुमार चौबे 4, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल 13, सांसद सुशील कुमार मोदी 7, पूर्व मंत्री प्रेम कुमार 6, पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव 6 कृषि चौपाल करेंगे.

मंत्रियों को भी दिया गया है जिम्मा

बिहार में कृषि चौपाल का जिम्मा मंत्रियों को भी दिया गया है. उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद 7, उप मुख्यमंत्री रेणु देवी 8, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय 8, कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह 5, श्रम मंत्री जीवेश मिश्रा 7, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय 7 किसान चौपाल करेंगे. सभी नेता 25 दिसम्बर तक ये सम्मेलन करेंगे. भाजपा की इस कोशिश को किसान बिल के विरोध के काउंटर के तौर पर देखा जा रहा है.

बिहार में बदमाशों के हौसले हुए काफी बुलंद, अंचल के कार्यपालक सहायक से हुई लूटपाट

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सहरसा, बिहार। बदमाशों के हौसले काफी बुलंद होते जा रहे हैं। जबकि बिहार सरकार पस्त, पुलिस मस्त, और जनता त्रस्त है। फलस्वरूप हत्या, लूटपाट, डकैती और अपहरण की वारदात मे लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है।

ऐसा ही घटना कल 11 दिसम्बर 2020 (शुक्रवार) को बिहार के सहरसा जिले के महिषी अंचल कार्यालय में कार्यपालक सहायक के पद पर कार्यरत संजीत कुमार के साथ घटित हुई।

11 दिसम्बर, शुक्रवार को शाम 6:10 बजे के करीब जब संजीत कुमार, अंचल कार्यालय, महिषी से अपने निवास स्थान, सहरसा शहर मोटरसाइकिल से आ रहे थे तो रास्ते में रहुआ नहर से कहरा कुटी के बीच में ओवरटेक करके पीछे से दो मोटरसाइकिल पर चार अज्ञात अपराधिक व्यक्ति उनके मोटरसाइकिल के पीछे आकर पिस्टल सटा दिया और मोटरसाइकिल को रोकने को कहा तथा नहीं रोकने पर जान से मारने की धमकी दी,भयवश जैसे ही संजीत कुमार अपनी मोटरसाइकिल रोके तुरन्त उनके पांकेट में हाथ डालकर पर्स निकाल लिया,

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जिसमें 1100 रु० था। संजीत कुमार ने बतलाया कि एक मोटरसाइकिल बिना नंबर का था और दूसरे मोटरसाइकिल में नंबर था बी0 आर0 19 ए. 2416 ए या ई जो ठीक से पढ नहीं सके। लेकिन 2416 नीचे लिखा था।

सभी अपराधी हथियारयुक्त थे, जिस वजह से संजीत कुमार बहुत भयभीत हो गए हैं। इस तरह की घटना बिहार में आजकल मानो आम बात सी हो गई है। जहाँ देखो वहाँ इस तरह की घटना सामने आती ही रहती है। सरकार को इसके लिए कड़े कदम उठाने की सख्त आवश्यकता है।

सर्वविदित हो कि अंचलकर्मी संजीत कुमार विश्व विख्यात संत-साधक व भविष्यवेत्ता, बाबा-भागलपुर के निकट सम्बन्धी हैं।

थाने में पूरे रीति-रिवाज से हुई प्रेमी जोड़े की शादी, पुलिसवाले बने बाराती

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Kaimur: कैमूर के भभुआ थाना इलाके में पुलिसवालों ने प्रेमी जोड़े की शादी कराई. इस दौरान पंडित से लेकर बाराती और सराती तक की भूमिका पुलिसवालों ने ही निभाई और दूल्हा-दुल्हन को आशिर्वाद दिया.

बताया जा रहा है कि भभुआ थाना इलाके की रहने वाली एक लड़की और रोहतास के कहगर थाना के तेनुआ गांव का रहने वाला लड़का एक दूसरे से प्यार करते थे. शादी की बात करने पर लड़का मुकर गया और लड़की के परिजन से दहेज की मांग करने लगा.

इसके बाद लड़की ने कैमूर एसपी के पास आवेदन देकर शादी कराने की गुहार लगाई. लड़की के आवेदन पर एसपी ने संज्ञान लेते हुए महिला थाना को मामले पर कार्रवाई करने की बात कही. जिसके बाद महिला थाना स्थित कोटेश्वर मंदिर में धूमधाम से दोनों के परिजनों को बुलाकर शादी कर दी गई. ऐन वक्त पर वैवाहिक रस्म पूरा करने के लिए पंडित नहीं मिले तो पुलिसवालों ने ही पंडित का रोल निभाया और पूरे रीति-रिवाज से दोनों की शादी करा दी. थाना से ही लड़की की विदाई भी कराई गई.

CBI की कस्टडी से 45 करोड़ रुपए का सोना गायब, कोर्ट ने दिया जांच का आदेश

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Desk: सीबीआई ने छापेमारी के दौरान 400 किलो सोना बरामद किया था. लेकिन इसमें से 103 किलो सोना गायब हो गया है. गायब सोने की कीमत 45 करोड़ रुपए हैं. इसके बाद कोर्ट ने जांच का आदेश दे दिया है. यह मामला चेन्नई का है.

बताया जा रहा है कि बरामद सोना सीबीआई के सेफ कस्टडी में रखा गया था. लेकिन वहां से सोना गायब हो गया है. जिसके बाद मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सीबीआई को जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है.

2012 में हुई थी छापेमारी

सीबीआई ने 2012 में चेन्नई में सुराना कॉर्पोरेशन लिमिटेड के दफ्तर में छापा मारा था. इस छापेमारी में 400.5 किमी सोने की ईंट और आभूषण जब्त किया था. उसके बाद सभी को सीबीआई के सेफ में रखा गया था. उसके बाद सेफ और वॉल्ट्स की 72 चाभियों को चेन्नई की प्रिसिंपल स्पेशल कोर्ट को सौंप दिया गया था. इसको लेकर सीबीआई का कहना है कि जब्त किए जाने के दौरान सोने का वजन इकट्ठा किया गया था, वही, एसबीआई और सुराना के बीच कर्ज निपटारे को लेकर नियुक्त किए गए लिक्विडेटर को सौंपते समय वजन अलग-अलग किया गया और वजन में अंतर की यही वजह हो सकती है. लेकिन कोर्ट को इस पर यकीन नहीं हुआ और जांच का आदेश दिया है.

CM नीतीश ने पहली बार शराब माफिया की बढ़ती वारदातों पर जतायी चिंता, बिहार पुलिस को दिया ये टास्क

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Patna: बिहार में शराबबंदी के सालों बाद भी नीतीश कुमार इस बात को कबूलने से परहेज करते हैं कि बिहार में शराब बिक्री के लिए माफिया का पूरा नेटवर्क खड़ा हो चुका है. लेकिन अब बढ़ते अपराध को देखते हुए नीतीश भी शराब माफिया को लेकर चौकन्ना हुए हैं. 15 दिनों के अंदर तीसरी बार लॉ एंड ऑर्डर को लेकर हाई लेवल मीटिंग बुलाने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पुलिस अधिकारियों के सामने स्पष्ट तौर पर संदेश दिया कि शराबबंदी के बावजूद बिहार में ताकत बढ़ा चुके शराब माफिया को खत्म किया जाए.

मुख्यमंत्री ने पुलिस के आला अधिकारियों को आदेश दिया है कि शराब के काले कारोबार में लगे लोगों की पहचान की जाए और उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने शराबबंदी का सख्ती से पालन करने का भी दिशा निर्देश अधिकारियों को दिया है.

मुख्यमंत्री ने बिहार के डीजीपी के साथ-साथ मुख्य सचिव और अन्य वरीय अधिकारियों के साथ नेक संवाद में लॉ एंड ऑर्डर को लेकर एक हाई लेवल मीटिंग की. इस दौरान सीएम ने विधि व्यवस्था से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के बाद अधिकारियों को क्राइम कंट्रोल करने के लिए मजबूती से काम करने की बात कही.

सीएम ने कहा कि विधि व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की पहली जिम्मेवारी है. सीएम ने कहा कि अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था के सख्त होने से राज्य में हो रहे विकास कार्यों का वास्तविक लाभ लोगों को मिलेगा.

मुख्यमंत्री ने सभी पुलिस अधिकारियों को अनिवार्य रुप से रात्री गश्ती करने का आदेश दिया है. महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखने और उनके खिलाफ हो रहे अपराध में संलिप्ट लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही शराबबंदी का सख्ती से पालन करें, धंधेबाजों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई, ओवरलोडिंग और ट्रैफिक जाम को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने और भूमि विवाद के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को नियमित रुप से बैठक करने का आदेश दिया है.