संवाद : सुमित कुमार सिंह (पूर्व विधायक,चकाई)
Sumit Kumar Singh Chakai: जमुई जिले की राजनीति में युवाओं के बीच अपनी कार्यशैली से लोकप्रियता का मुकाम हासिल कर चुके चकाई के पूर्व विधायक सुमित कुमार सिंह ने सोशल मिडिया के माध्यम से अपने मन की बात कही है. सुमित ने कहा है कि हर क्षेत्र की अपनी अपनी विशेषताएं होती है जिसे लक्ष्य बनाकर उस क्षेत्र का समग्र विकास किया जा सकता है.
पूर्व विधायक ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए सबसे अहम होता है चुने गए जन प्रतिनिधियों को क्षेत्र की विस्तृत जानकारी, और ऐसी जानकारी जनप्रतिनिधियों को बिचौलियों द्वारा बंद कमरे में बैठाकर नहीं दी जा सकती.चकाई के पूर्व विधायक सुमित कुमार सिंह ने कहा है कि क्षेत्रवार जानकारी के लिए चुने गए जनप्रतिनिधियों को अपने क्षेत्र व जनता के बीच क्रमवार जाकर उसे हासिल करनी पड़ती है.
Sumit Kumar Singh Chakai
उन्होंने कहा कि क्षेत्र की विशेषता के अनुरूप स्थानीय स्तर पर वर्क प्लान तैयार कर उसके सम्पूर्ण विकास के लिए कार्य करने की आवश्यकता है. सुमित ने कहा कि पूर्व में वो खुद एक विधानसभा क्षेत्र के चुने हुए जनप्रतिनिधि रह चुके हैं और यह उनका व्यक्तिगत अनुभव है कि चुने गए जनप्रतिनिधियों को तमाम जनसमस्याओं, विकास की गाड़ी को आगे बढ़ाने वाली परियोजनाओं, लोगों की मूलभूत जरूरतों व स्थानीय विशेषताओं की गहरी समझ होनी चाहिए.
अपने अनुभव शेयर करते हुए सुमित सिंह ने कहा है कि जनता ने जिन्हें अपना प्रतिनिधि चुना है उन्हें अपनी विकास दृष्टि को जनता के समक्ष सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करनी चाहिए ताकि उस विकास दृष्टि को कार्य योजना में परिणत कर धरातल पर उतारा जा सके. सुमित ने अपने मन की बात रखते हुए आगे कहा है कि अपने कार्यकाल के पांच वर्षों को पांच बराबर भागों में बांटकर जनता के चुने गए नुमाइंदे हर वर्ष एक लक्ष्य को पूरा करें तो विकास को तीव्र गति मिलेगी.
पूर्व विधायक ने कहा कि विकास को गति देकर ही जनता की कसौटी पर खरा उतरा जा सकता है.उन्होंने कहा कि जनता विश्वास प्रदान करे तो नेता एकबार फिर से उसे आगे बढ़ाएं अथवा, जनता के विश्वास का इंतज़ार करें. उन्होंने कहा कि जनता मौका देती है तो उसे फिर वहीं से शुरू करें, जहां वह अधूरा रह गया था.
इससे जनता के समक्ष विकल्प का अवसर रहेगा तथा सरकार और जिला प्रशासन को संबंधित क्षेत्र के बारे में एक नजरिया मिलेगा जिससे भटकना उनके लिए मुश्किल होगा. साथ ही कोई अवरोध पैदा करने वाली सरकार और नौकरशाह इसमें अड़ंगा लगाने की सोचेंगे तो वह जनता के समक्ष बेनकाब होंगे. सुमित सिंह ने मन की बात में यह भी कहा है कि इससे स्थानीय स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक बड़ा बदलाव हो सकता है.