दरभंगा प्रमंडल डाक विभाग के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना, पर्यावरण संरक्षण तथा COVID-19 से सुरक्षा के संबंध में जागरूकता फैलाने हेतु साईकल रैली निकाली गई।
कार्यक्रम का प्रारंभ तीन नन्ही बच्चियों मेघा चन्द्र, प्रियनशि राजन एवं सुप्रिया कुमारी के द्वारा किया गया जिन्होने यह संदेश दिया कि हमारे अस्तित्व की रक्षा हेतु पर्यावरण संरक्षण, बेटियों की पढ़ाई एवं आज के इस विकट समय में कोरोना वायरस के संक्रामण से सुरक्षा अति आवश्यक है।
मुख्य अतिथि माननीय सांसद गोपाल जी ठाकुर द्वारा सुकन्या समृद्धि वाटिका में वृक्षारोपण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई एवं साईकल रैली का शुभारंभ माननीय सांसद गोपाल जी ठाकुर, डाक अधीक्षक श्री उमेश चन्द्र प्रसाद एवं सहायक डाक अधीक्षक श्री ब्रजीनंदन त्रिवेदी के संचालक की उपस्थिति में किया गया।
इसके बाद साईकिल रैली आरंभ हुई जो डाक अधीक्षक कार्यालय के प्रगति द्वार से बाग मोड़ होते हुए हसन चौक, दरभंगा प्रधान डाक घर , इंकम टैक्स चौराहा, रेडियो स्टेशन , दरभंगा जंक्शन रोड, दोनार चौक, बेंता चौक, लहेरियासराय टावर होते हुए लहेरियासराय प्रधान डाक घर तक चली।
पूरे रैली में एक अद्भुत एकता भी दिखने को मिली। सभी कर्मचारियों ने लोगों को जागरूक करने हेतु विभिन्न प्रकार के प्रतीक चिन्ह , नारे, सुझाव अपने साईकिलों में बांध रखा था एवं साथ ही औडियो द्वारा भी लोगों में जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जा रहा था।
जागरूकता फैलाने का यह एक बहुत ही अलग अंदाज था जो पहले शायद ही देखने को मिला हो। डाक अधीक्षक, श्री उमेश चंद्र प्रसाद ने बताया कि आज के समय का सबसे गंभीर मुद्दा है – पर्यावरण संरक्षण । लोग विभिन्न प्रकार की भौतिक सुख सुविधा तो ले रहें है पर कहीं न कही प्रकृति को भूलते जा रहें है। ।
यह पर्यावरण संरक्षण ही है जो हमे विभिन्न- विभिन्न भीषण बीमारियों से निजात दिला सकता है पर इस पर्यावरण की रक्षा किसी एक की नहीं पूरे मानव जाति की ज़िम्मेदारी है। हमे इसे समझना चाहिए और इसके संरक्षण का यथा संभव प्रयास करना चाहिए।
पर्यावरण संरक्षण के साथ ही उन्होने बेटियों के संरक्षण की भी बात कही और बेटियों को पढ़ाने एवं आत्मनिर्भर बनाने का अपील किए। उन्होने बताया कि बताया कि कोरोना वायरस एवं इसका संक्रमण अभी थमा नहीं है इसलिए हमें सजग रहना होगा एवं सरकार द्वारा जारी सभी नियमों का अक्षरस: पालन करना होगा। मास्क एवं सैनीटाईजर को अपने जीवन शैली का एक अचूक हिस्सा बनाकर रखना होगा।
डाक अधीक्षक के इस अनोखी पहल की प्रशंसा करते हुए माननीय संसद श्री गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि यह साईकिल रैली निश्चित रूप से लोगों में जागरूकता फैलाएगा एवं लोगों को प्रकृति एवं बेटियों के प्रति सुदृढ़ बनाएगा। उन्होने कहा कि आज जहाँ बेटियाँ सभी क्षेत्रों आगे बढ़ रही है वही हमारे गाँव- शहरों के छोटे मानसिकता वाले लोग बेटियों को पढ़ना जरूरी नहीं समझते।
उन्हे यह समझना चाहिए कि एक साक्षर बेटी एक नहीं अपितु दो परिवारों के भविष्य को संवार सकती है। जीवन रूपी नैया पुरुष एवं स्त्री दोनों के सहयोग से ही सुचारु रूप से पार लगाया जा सकता है और इसलिए बेटियों को पढ़ना भी उतना ही आवश्यक है जितना बेटों को।
उन्होने सभी दरभंगावासियों से बेटियों को पढाने का अपील किए। इसके साथ ही उन्होने सभी से कोरोना को हल्के मे नहीं लेने एवं दवा अथवा टीका के आने तक लापरवाही न बरतने का आग्रह किए। विधित हो कि डाक अधीक्षक ने पर्यावरण संरक्षण की मुहिम दरभंगा प्रमंडल में भार ग्रहण करते ही कर दिये थे।
उन्होने दोनों प्रधान डाक घरों में सुकन्या समृद्धि वाटिका एवं डाक जीवन बीमा वाटिका का आरंभ करवाया जहाँ विभिन्न अवसरों पर विशेष अतिथियों से, कर्मचारियों से एवं स्वयं भी पौधे लगाए। यह ही नहीं समय समय पर विषय पर्यावरण दिवस, वर्ल्ड सौंटेरींग डे आदि दिवसों पर डाक घर के कर्मचारियों एवं आम जन से अपने घर में एक-एक पौधे लगाने का संदेश दिये। उन्होने सभी लोगों से पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक होने एवं कोरोना संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन करने हेतु अपील किए।
इस साईकिल रैली के माध्यम से उन्होने आम जन तक यह संदेश पहुँचने का प्रयास किया कि हमे हमारे लिए एवं भावी भविष्य के लिए धरती, जीवन एवं बेटियों को बचना होगा। उन्होने सभी आम जन से यह आशा किया है कि साईकिल रैली से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना, पर्यावरण संरक्षण तथा COVID-19 से सुरक्षा के संबंध में जो डाक विभाग जागरूकता फैलाना चाहते है वह निश्चित रूप से सफल होगा और जनता निश्चित रूप से जागरूक होगे, इसे समझेगें एवं अपनाएंगे।
डाक अधीक्षक ने उक्त साईकिल रैली भाग लेने एवं विविध प्रकार से सहयोग करने वाले सभी कर्मियों को इस रैली की सफलता हेतु धन्यवाद दिया एवं आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सहायक डाक अधीक्षक श्री मनोज कुमार, डाक निरीक्षक-श्री राजीव झा, श्री सौरव सुमन, श्री राजू कुमार झा एवं संगीत कुमार, आईपीपीबी मैनेजर श्री आनंद शंकर, मदन प्रसाद, गंगा नारायण मललिक, विनोद कुमार, रणजीत कुमार, प्रेम कुंज दयाल, शशि शेखर, रणजीत कुमार, वंदना कुमारी, यमिनी शेखर, सोनी कुमारी, शिव चन्द्र कुमार, किशोर कुमार चौधरी, वासिमुल हक़ एवं अन्य मौजूद थे।