सहरसा, बिहार। बदमाशों के हौसले काफी बुलंद होते जा रहे हैं। जबकि बिहार सरकार पस्त, पुलिस मस्त, और जनता त्रस्त है। फलस्वरूप हत्या, लूटपाट, डकैती और अपहरण की वारदात मे लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है।
ऐसा ही घटना कल 11 दिसम्बर 2020 (शुक्रवार) को बिहार के सहरसा जिले के महिषी अंचल कार्यालय में कार्यपालक सहायक के पद पर कार्यरत संजीत कुमार के साथ घटित हुई।
11 दिसम्बर, शुक्रवार को शाम 6:10 बजे के करीब जब संजीत कुमार, अंचल कार्यालय, महिषी से अपने निवास स्थान, सहरसा शहर मोटरसाइकिल से आ रहे थे तो रास्ते में रहुआ नहर से कहरा कुटी के बीच में ओवरटेक करके पीछे से दो मोटरसाइकिल पर चार अज्ञात अपराधिक व्यक्ति उनके मोटरसाइकिल के पीछे आकर पिस्टल सटा दिया और मोटरसाइकिल को रोकने को कहा तथा नहीं रोकने पर जान से मारने की धमकी दी,भयवश जैसे ही संजीत कुमार अपनी मोटरसाइकिल रोके तुरन्त उनके पांकेट में हाथ डालकर पर्स निकाल लिया,
जिसमें 1100 रु० था। संजीत कुमार ने बतलाया कि एक मोटरसाइकिल बिना नंबर का था और दूसरे मोटरसाइकिल में नंबर था बी0 आर0 19 ए. 2416 ए या ई जो ठीक से पढ नहीं सके। लेकिन 2416 नीचे लिखा था।
सभी अपराधी हथियारयुक्त थे, जिस वजह से संजीत कुमार बहुत भयभीत हो गए हैं। इस तरह की घटना बिहार में आजकल मानो आम बात सी हो गई है। जहाँ देखो वहाँ इस तरह की घटना सामने आती ही रहती है। सरकार को इसके लिए कड़े कदम उठाने की सख्त आवश्यकता है।
सर्वविदित हो कि अंचलकर्मी संजीत कुमार विश्व विख्यात संत-साधक व भविष्यवेत्ता, बाबा-भागलपुर के निकट सम्बन्धी हैं।