Patna: बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण (Corona virus infection) के बढ़ते मामले एक बार फिर से टेंशन देने लगे हैं. कारण गुरुवार को सात और कोरोना पेशेंट्स (corona patients) की मौत हो जाने से मृतकों की कुल संख्या 1281 हो गयी. वहीं राज्य में अब तक इस रोग से संक्रमित लोगों की संख्या बढकर 2,37,349 हो गई. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से पटना में तीन, गया में दो तथा पूर्वी चंपारण एवं सिवान में जिले में एक-एक मरीज की मौत हो गई. सबसे चौंकाने वाला आंकड़ा राजधानी पटना का ही है जहां बिहार में सबसे अधिक मौतें हुई हैं और यह आंकड़ा 332 तक पहुंच गया है.
बता दें कि राजधानी पटना में 42735 कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज मिल चुके हैं इनमें से 40385 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं. बावजूद इसके 2018 अभी भी एक्टिव मरीज के तौर पर हैं. यहां यह भी बता दें कि अभी तक पूरे बिहार में सबसे अधिक पटना में ही 332 मौतें हुई हैं.
बता दें कि बिहार में कोरोना के बढ़ते केस पर गुरुवार को पटना हाईकोर्ट ने तीखी टिप्पणी की थी. कोर्ट ने कहा कि बिहार कोरोना को खा गया, यह बात सच नहीं है. कोर्ट ने कहा कि यहां पर लोग कोरोना को लेकर सतर्क नहीं है, जो कि गलत है. कोर्ट ने इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में मामले को लंबित होने के कारण इसपर सुनवाई टाल दिया है.
कोरोना के बढ़ते मामले पर पटना हाई कोर्ट में राज्य सरकार की ओर से वरिष्ठ महाधिवक्ता ने अपना पक्ष रखा. महाधिवक्ता ने कहा की राज्य में मौसम परिवर्तन के कारण कोरोना का खतरा बढ़ा है. सरकार लोगों को जागरूक कर रही है. वहीं कोर्ट ने राज्य में बढ़ रही लापारवाही पर नाराजगी जताई.