Patna: कृषि बिल को लेकर पूरे देश में लगातार विरोध प्रदर्शन का दौर बढ़ता ही जा रहा है. इसे देखते हुए अब बीजेपी (BJP) ने डैमेज कंट्रोल पर काम शुरू कर दिया है. पार्टी आज से बिल (Farm Bill) के समर्थन में हर जिले में किसान सम्मेलन कर रही है जिसके ज़रिये किसानों को कृषि बिल के फ़ायदे बताएगी, साथ हीं विपक्ष के द्वारा जो भ्रम फैलाया जा रहा है उसकी जानकारी भी बीजेपी के नेता किसानों को देगी.
आज से शुरू होगा अभियान
भाजपा आज से बिहार के सभी 243 विधानसभा क्षेत्र में किसान पंचायत का आयोजन करने जा रही है. किसान चौपाल की शुरुआत आज पटना के बख़्तियारपुर से केंद्रीय विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद और प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल करेंगे, वहीं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय मोहिउद्दीनगर, नरपतगंज, रानीगंज व बिहपुर में आयोजित किसान सम्मेलन में शामिल होंगे.
प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि सरकार चाहती है कि बिहार में भी कांट्रैक्ट फॉर्मिंग हो. पंजाब में जब यह हो सकता है तो बिहार में क्यों नहीं. इस कानून पर दुष्प्रचार किया जा रहा है. सम्मेलनों में जनता को बताया जाएगा कि किसान बिल उनके पक्ष में है न कि इससे उनका नुकसान होने वाला है. विरोध करने वाले महज राजनीतिक लाभ के लिए आंदोलन को हवा दे रहे हैं.
कौन-कौन से नेता कितने किसान चौपाल करेंगे
केंद्र मंत्री रविशंकर प्रसाद 6, नित्यानंद राय 6, गिरिराज सिंह 5, आरके सिं 5, अश्विनी कुमार चौबे 4, प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल 13, सांसद सुशील कुमार मोदी 7, पूर्व मंत्री प्रेम कुमार 6, पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव 6 कृषि चौपाल करेंगे.
मंत्रियों को भी दिया गया है जिम्मा
बिहार में कृषि चौपाल का जिम्मा मंत्रियों को भी दिया गया है. उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद 7, उप मुख्यमंत्री रेणु देवी 8, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय 8, कृषि मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह 5, श्रम मंत्री जीवेश मिश्रा 7, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय 7 किसान चौपाल करेंगे. सभी नेता 25 दिसम्बर तक ये सम्मेलन करेंगे. भाजपा की इस कोशिश को किसान बिल के विरोध के काउंटर के तौर पर देखा जा रहा है.