पटना:- बिहार में महाशिवरात्रि और होली पर अश्लील और जातिसूचक गाने बजाने वालों के खिलाफ बिहार पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी. बिहार पुलिस की ओर से इसके लिए फरमान भी जारी कर दिया गया है. बिहार पुलिस की विशेष शाखा के पुलिस अधीक्षक द्वारा राज्य के सभी डीएम एवं एसपी को पत्र भेजकर इन अश्लील भोजपुरी गीतों के कारण उत्पन्न समस्या से अवगत कराकर इससे निबटने के लिए कहा है.
वहीं एडीजे मुख्यालय जे.एस गंगवार ने शुक्रवार को राज्य के सभी लोगों से समाज में सदभावना बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि अश्लीलता सभ्य समाज के लिए सही नहीं है। गीत-संगीत या पब्लिक के बीच वैसे गाने बजाते हैं, जो लोगों की भावनाओं को उतेजित करती है या किसी वर्ग विशेष के लोगों को ठेस पहुंचाती हैं. कटाक्ष में शालीनता नहीं है. गानों के रूप में अश्लीलता परोसने वालों पर विधिसमत कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, हाल के वर्षों के दौरान कई ऐसे भोजपुरी गाने सुनने को मिले हैं जिसमें जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर अपनी श्रेष्ठता साबित की जाती हैं. वहीं कुछ गानों में दूसरों को नीचा दिखाने के लिए जाति सूचक शब्दों या अश्लीलता भरे बोल रहते हैं. इस कारण कई बार न सिर्फ सामाजिक तनाव बढ़ता है बल्कि मामला लड़ाई तक पहुंच जाती है.
विशेष शाखा के एसपी ने 15 फरवरी 2023 को सभी जिलों को पत्र जारी किया है. पत्र में एसपी ने कहा है कि इन अश्लील भोजपुरी गीतों के माध्यम से गायकों के द्वारा महिलाओं का अपमान किया जाता है. गीतों के संवाद द्विअर्थी होते है. जाति विशेष का जिक्र कर भी उन्हें अपमानित किया जाता है. विशेष शाखा के एसपी को अब पता चला है कि कुछ गायकों द्वारा भोजपुरी गीतों से अनुसूचित जाति की गरिमा को भी ठेस पहुंचाया जाता है. ऐसे गायक अपने गीतों के माध्यम से किसी जाति का महिमामंडन करते है, तो किसी जाति को नीचा दिखाते है. इस तरह के गीतों से सामाजिक सद्भाव भी बिगड़ने की संभावना बनी रहती है.
NEWS CREDIT BY: SUSHANT KUMAR (JEHANABAD)